India News(इंडिया न्युज)गाजियाबाद /उत्तर प्रदेश : गाजियाबाद थाना के साहिबाबाद क्षेत्र के अर्थला में 17 अगस्त को हुई दीक्षित पाल हत्याकांड के आरोपी को पुलिस ने सबूत के आधार पर गिरफ्तार करके जेल भेज दिया था। आरोपी की गिरफ्तारी और पुलिस की कार्यवाही के बाद भी यह मामला गर्माता जा रहा है।
पुलिस ने इस मामले में आरोपी आयुष शर्मा को जेल भेज दिया है। लेकिन मृतक के परिजन पुलिस पर यह आरोप लगा रहे हैं कि विधायक सुनील शर्मा के दबाव में अन्य लोगों पर कार्यवाही नहीं की जा रही है।
मृतक दीक्षित पाल के परिजनों का कहना है आरोपी आयुष शर्मा के पिता हरिश्चंद्र शर्मा विधायक सुनील शर्मा के प्रतिनिधि हैं। ऐसे में अन्य लोगों पर कार्यवाही नहीं हुई है, परिजनों का आरोप है कि आयुष शर्मा अकेले इस हत्याकांड को अंजाम नहीं दे सकता है।
फॉरेंसिक जांच के बिना मामले को किया रफा-दफा
पुलिस ने बिना फॉरेंसिक जांच के ही आयुष शर्मा को जेल भेजकर मामले को रफा-दफा किया है। परिजनों का कहना है की अकेले शव को बोरे में भरकर कैसे ले जाया जा सकता है जब उसकी हत्या की गई तब घर में अन्य शख्स भी मौजूद होंगे। उन्हें कैसे नहीं पता चला , खून को भी साफ किया गया होगा।
पाल समाज ने किया प्रदर्शन
वही इस पूरे मामले में राजनीति गरमाई हुई है, आज पाल समाज के लोगों ने पाल चौक पर इस मामले को लेकर प्रदर्शन किया है। उनका आरोप है कि पुलिस जल्द से जल्द इस मामले की सही से तफ्तीश करें अन्यथा इससे भी बड़ा प्रदर्शन किया जाएगा।