India News(इंडिया न्यूज),Hanuman Garhi Mandir Ayodhya: अयोध्या का जिक्र होते ही मन में भगवान राम का ख्याल आता है। जब से रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा हुई है अयोध्या में हर दिन लाखों भक्त प्रभु के दर्शन करने हर दिन अयोध्या पहुँच रहे हैं। लेकिन क्या आपको पता है, कलियुग में अयोध्या के राजा कौन हैं ? अगर नहीं तो आइये जानते हैं।

कलियुग में अयोध्या के राजा इस प्राचीन स्थान पर रहते हैं। जिस स्थान को लेकर करोड़ों लोगों की आस्था जुड़ी है। जी हां हम बात कर रहे हैं सिद्ध पीठ हनुमानगढ़ी की जो रामलला के प्रवेश द्वार पर न सिर्फ स्थित है बल्कि पूरी अयोध्या की रक्षा के लिए संकल्पित भी है। शायद यही वजह है कि बीते दिनों कई आतंकी हमले अयोध्या पर हुए जो नकाम रहे.यहां हनुमान जी राजा के रूप में विराजमान हैं।

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कलियुग में अयोध्या के राजा बजरंगबली

धार्मिक मान्यता है कि भगवान राम जब गुप्तार घाट के जरिए गोलक गए तो उस समय रामलला ने अयोध्या की जिम्मेदारी हनुमान जी को सौपी थी। अयोध्या की सुरक्षा हनुमान जी के हाथों में है। अयोध्या के हनुमानगढ़ी मंदिर को अधोध्या का सबसे प्रसिद्ध हनुमान मंदिर माना जाता है। इस मंदिर की स्थापना करीब 300 साल पहले स्वामी अभयराम जी ने की थी।

पहले करने चाहिए हनुमान गढ़ी के दर्शन

ऐसी भी मान्यता है कि है कि अयोध्‍या में आने से पहले हनुमागढ़ी में विराजमान बजरंगबली के दर्शन करने चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि श्री राम ने जब हनुमान जी को ये मंदिर दिया था तब उन्होंने कहा था अयोध्‍या में आने पर भक्त सबसे पहले हनुमान जी के दर्शन करेंगे।

हर समय विराजमान रहते हैं बजरंगबली

इस मंदिर को लेकर अलग-अलग मान्यताएं हैं। माना जाता है कि हनुमान जी यहां हर समय मौजूद रहते हैं। इसके अलावा कहा जाता है कि कोई भी भक्त अगर हनुमान जी को लाल चोला चढ़ाता है तो उसे सभी तरह के दोषों से छुटकारा मिलती है।

मंदिर में विराजमान है चिह्न

जानकार कहते हैं , इस मंदिर में हनुमान जी से जुड़े कई निशान रखें हैं। कहते हैं कि ये लंका से जीत के बाद लाए गए निशान हैं। जिसमें हनुमान निशान सबसे बड़ा है। रिपोर्ट्स कहती हैं कि ये आठ मीटर लंबा और चार मीटर चौड़ा है।

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