India News (इंडिया न्यूज),Hybrid mode implemented for schools: दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा। गाजियाबाद ने बुधवार को देश के दूसरे सबसे प्रदूषित शहर का तमगा हासिल कर लिया। हालात इतने खराब हो गए हैं कि कक्षा 9वीं और 11वीं के छात्रों की पढ़ाई अब हाइब्रिड मोड (ऑनलाइन और ऑफलाइन) में होगी। जिला विद्यालय निरीक्षक धर्मेंद्र शर्मा ने सभी स्कूलों को इस फैसले का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए हैं।
कौन-कौन से छात्र प्रभावित?
बोर्ड परीक्षा की तैयारियों के मद्देनजर 10वीं और 12वीं के छात्रों को इससे बाहर रखा गया है। वहीं, अत्यधिक ठंड के चलते पहले से ही कक्षा 1 से 8 तक के स्कूल 18 जनवरी तक बंद किए जा चुके हैं।
स्मॉग और ठंड ने बढ़ाया संकट
गाजियाबाद में बुधवार का दिन जहरीली हवा और घने कोहरे से भरा रहा। सुबह से ही वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) गिरने लगा और दोपहर तक यह 316 पर पहुंच गया, जो “बेहद खराब” श्रेणी में आता है। शहर में सबसे प्रदूषित इलाका इंदिरापुरम रहा, जहां AQI 300 के पार चला गया। वहीं, वसुंधरा का हाल भी इससे जुदा नहीं था।
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संजय नगर बना राहत की बस्ती
गाजियाबाद में जहां एक तरफ सांस लेना मुश्किल हो रहा है, वहीं संजय नगर अब भी सबसे कम प्रदूषित इलाका बना हुआ है। हालांकि बुधवार को तकनीकी खामी के चलते यहां का AQI दर्ज नहीं हो सका।
तीन दिनों की राहत के बाद फिर प्रदूषण का प्रकोप
जनवरी की शुरुआत में तेज हवा और धूप ने तीन दिन तक राहत दी थी, लेकिन बुधवार को कोहरे के साथ स्मॉग ने पूरे शहर को अपनी चपेट में ले लिया। सुबह से ही सांस लेना मुश्किल हो गया। गाजियाबाद के हालात चिंताजनक हैं प्रशासन की सख्ती और लोगों की सतर्कता ही अब प्रदूषण की इस जंग को जीतने का एकमात्र तरीका है।
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