India News (इंडिया न्यूज), Gorakhpur News: रियल एस्टेट की दुनिया में तेजी से उभरते आर्बिट ग्रुप पर आयकर विभाग की नजरें गहराती जा रही हैं। सूत्रों के मुताबिक, ग्रुप के कई कारोबारियों के बड़े लेन-देन और संपत्ति खरीद-फरोख्त की जांच शुरू हो चुकी है। इस जांच में राजनेताओं और रिटायर्ड प्रशासनिक अधिकारियों के शामिल होने की बात भी सामने आई है।
निदेशक और राजनेताओं के रिश्तों के मिले सबूत
खबरों के अनुसार, आर्बिट ग्रुप के निदेशक और राजनेताओं के बीच करीबी रिश्तों के पुख्ता सबूत मिले हैं। चौंकाने वाली बात यह है कि एक पूर्व जनप्रतिनिधि की पत्नी भी इस ग्रुप के रियल एस्टेट प्रोजेक्ट में साझेदार बताई जा रही हैं। पिछले सात वर्षों में आर्बिट ग्रुप ने शहर में तीन दर्जन से अधिक शॉपिंग कॉम्प्लेक्स और आवासीय प्रोजेक्ट पूरे किए हैं जिनमें कई प्रतिष्ठित ब्रांड्स के शोरूम शामिल हैं। आयकर विभाग अब यह जांच रहा है कि ग्रुप की इतनी बड़ी संपत्ति और किराये पर प्रोजेक्ट होल्ड करने की क्षमता कहां से आ रही है। विभाग की नजर उन निवेशकों पर है, जिन्होंने ग्रुप में भारी-भरकम पूंजी लगाई है। इनमें फ्लोर मिल संचालक, होटल कारोबारी और एक महिला कारोबारी के नाम भी चर्चा में हैं।
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शहर के बीच में खरीदी 15 करोड़ से ज्यादा की जमीन
चौंकाने वाली जानकारी यह है कि ग्रुप के एक करीबी ने हाल ही में शहर के बीचों-बीच 15 करोड़ रुपये से अधिक की बेशकीमती जमीन खरीदी है। इसके अलावा, आर्बिट ग्रुप के प्रमुख के पहले कारोबार के बारे में भी जानकारी सामने आई है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत मोबाइल टॉवरों में डीजल रिफिल के काम से की थी, जो तीन दर्जन से अधिक जिलों में फैला हुआ था। आयकर विभाग की टीमें अब इन सभी खरीद-फरोख्त और निवेश स्रोतों की गहराई से जांच कर रही हैं। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में कई बड़े नामों का खुलासा हो सकता है, जिससे रियल एस्टेट की दुनिया में हड़कंप मच सकता है।
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