India News (इंडिया न्यूज), Journalist Raghavendra Vajpayee Murder Case: उत्तर प्रदेश के सीतापुर में पत्रकार राघवेंद्र वाजपेयी की हत्या का मामला अब संसद में भी सुनाई देने लगा है। संसद में बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले दिन धौरहरा सांसद आनंद भदौरिया ने लोकसभा में यह मुद्दा उठाया। उन्होंने मांग करते हुए कहा कि पत्रकार राघवेंद्र वाजपेयी परिवार को 50 लाख रुपये का मुआवजा और पत्नी को सरकारी नौकरी दी जाए।

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इसी के साथ सांसद ने आरोप लगाते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था की स्थिति बेहद खराब है। सांसद ने मामले की केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से जांच कराने की भी मांग की है। शून्यकाल के दौरान सपा सांसद ने कहा कि मामले की जांच होनी चाहिए और किसी निर्दोष को फंसाया नहीं जाना चाहिए। राघवेंद्र की हत्या दिनदहाड़े राष्ट्रीय राजमार्ग पर की गई। उनके परिवार में दो बच्चे हैं। उनके पिता भी बीमार हैं। मैंने उनके पिता से मुलाकात की।

पुलिस को नहीं मिला कोई सबूत

खबरों की माने तो पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की शनिवार 8 मार्च को सीतापुर में दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या करने का मामला सामने आया था। पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी को हेमपुर रेलवे ओवर ब्रिज पर 3 गोलियां मारी गईं। जहां मौके पर ही उनकी मौत हो गई। पुलिस हत्या की जांच कर रही है, हालांकि मामले में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। हत्या को लेकर परिजनों का कहना है कि उनके पास एक फोन आया था। उस फोन कॉल के बाद वह घर से निकल गए। इसके बाद फ्लाईओवर पर उनकी हत्या कर दी गई। उनकी बाइक वहीं खड़ी थी। वह वहां से थोड़ी दूर पर पड़े थे।

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हत्याकांड पर शुरू राजनीति

आपको बता दें कि पत्रकार हत्याकांड पर अब राजनीति भी गरमाने लगी है। नगीना सांसद चंद्रशेखर आजाद ने योगी सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने यूपी को जंगलराज बताते हुए अपने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा कि सीतापुर जिले के इमलिया सुल्तानपुर थाना क्षेत्र में पत्रकार राघवेंद्र बाजपेयी की दिनदहाड़े हत्या बेहद दुखद और दंडनीय घटना है। इससे साबित होता है कि उत्तर प्रदेश में अपराधी सरकार से ज्यादा ताकतवर हो गए हैं। जब लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर दिनदहाड़े गोलियां चलाई जा रही हों तो आम नागरिकों की सुरक्षा की क्या उम्मीद की जा सकती है।