India News (इंडिया न्यूज) Bjp mla yogesh verma: लखीमपुर खीरी के चर्चित थप्पड़ कांड की गूंज अभी थमी नहीं है। इस घटना के पीड़ित भाजपा विधायक योगेश वर्मा लखनऊ में मौजूद होने के बावजूद सोमवार को शुरू हुए विधानसभा के शीतकालीन सत्र में शामिल नहीं हुए। उन्होंने यह कहते हुए सत्र में शामिल होने से इनकार कर दिया कि उनके साथ हुई घटना में उन्हें न्याय नहीं मिला। अब वह अपने साथियों का सामना कैसे करेंगे?

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बीजेपी विधायक ने कहा?

लखीमपुर सदर से विधायक योगेश वर्मा ने कहा है कि 9 अक्टूबर को लखीमपुर अर्बन कोऑपरेटिव बैंक की मुख्य शाखा के बाहर उनके साथ हुई मारपीट की घटना में अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। उन्होंने घटना की शिकायत मुख्यमंत्री से भी की थी। मुख्यमंत्री ने कार्रवाई का आश्वासन भी दिया था, लेकिन उसके बाद भी उन्हें अब तक न्याय नहीं मिला है। इस कारण उनमें अपने साथी विधायकों का सामना करने की हिम्मत नहीं है। यही कारण है कि वह विधानसभा सत्र में शामिल नहीं हुए हैं।

बीते 9 अक्तूबर को हुई थी घटना

नौ अक्तूबर को लखीमपुर अर्बन कोऑपरेटिव बैंक के डेलीगेट चुनाव की नॉमिनेशन प्रक्रिया आवास विकास कॉलोनी स्थित प्रधान कार्यालय में चल रही थी। वहीं पर जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अवधेश सिंह ने सदर से भाजपा विधायक योगेश वर्मा को थप्पड़ रसीद कर दिया था। 10 अक्तूबर को पीड़ित भाजपा विधायक ने पुलिस को तहरीर दी थी।

छह दिन की टालमटोल के बाद पुलिस ने थप्पड़ मारने के मामले में रिपोर्ट दर्ज की। मामले में जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष अवधेश सिंह, उनकी पत्नी पुष्पा सिंह, लखीमपुर अर्बन कोऑपरेटिव बैंक की निवर्तमान अध्यक्ष, जगन्नाथपुर थाना फरधान के मूल निवासी व वर्तमान में शहर के मोहल्ला कमलापुर में रहने वाले संग्राम सिंह और थाना नीमगांव के गांव बहादुरपुर निवासी नीरज सिंह को नामजद किया गया। इसके अलावा 30-40 अज्ञात आरोपी हैं।

आरोपियों को पार्टी से निकाला जा चुका है

भाजपा ने इस मामले में आरोपी चार कार्यकर्ताओं को पार्टी से निकाल दिया है। इनमें लखीमपुर अर्बन कोऑपरेटिव बैंक की निवर्तमान अध्यक्ष पुष्पा सिंह, उनके पति और पार्टी के सक्रिय सदस्य अवधेश सिंह, जिला उपाध्यक्ष अनिल यादव और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की पूर्व सह संयोजक ज्योति शुक्ला शामिल हैं। अवधेश सिंह जिला अधिवक्ता संघ के अध्यक्ष भी हैं।

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