अब इस मकसद से सड़कों पर ऊतरी कानपुर मेयर, धर्मगुरुओं के विरोध के बावजूद अभियान जारी
Kanpur News
India News (इंडिया न्यूज़),Kanpur News: कानपुर में बीजेपी मेयर प्रमिला पांडे ने संभल की तर्ज पर मंदिरों की तलाश का अभियान शुरू किया है और लगातार मुस्लिम इलाकों की तरफ सड़कों पर मार्च कर रही हैं। कानपुर में 125 ऐसे मंदिरों की तलाश की जा रही है जो मुस्लिम बहुल इलाकों में कहीं गायब हो गए हैं. कुछ खंडहर हो गए हैं, कुछ अस्तित्वहीन हैं, कुछ मंदिरों की मूर्तियां गायब हैं और कुछ खंडित । हैंऐसे में कानपुर की मेयर प्रमिला पांडे अब मंदिरों की तलाश के लिए सड़कों पर उतर रही हैं।
एक तरफ मुस्लिम धर्मगुरुओं ने उनके मंदिर तलाशी अभियान को गलत बताया है और सौहार्द बिगड़ने की आशंका जताई है। पुलिस से इस तरह से मंदिरों की तलाशी बंद करने का अनुरोध किया गया था, जिसके बावजूद मेयर अभियान में मंदिरों की तलाश कर रही हैं. शहर के मुस्लिम बहुल इलाकों में 125 मंदिर होने के दावे के बीच एक-एक कर मंदिर सामने आ रहे हैं। ऐसे में बीजेपी मेयर प्रमिला पांडे अपनी फौज के साथ मंदिरों के जीर्णोद्धार में जुटी हैं। मुस्लिम इलाकों में तलाश जारी है।
हालांकि, जब मेयर ने मंदिरों की तलाश की तो प्रशासन और पुलिस की मौजूदगी में मुस्लिम इलाकों में कुछ मंदिर मिले। इसके बाद मुस्लिम धर्मगुरुओं ने अपनी समस्या को लेकर एक पत्र लिखा और कानपुर पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार को संबोधित एक पत्र लेकर पुलिस कमिश्नरेट कार्यालय पहुंचे। जहां संयुक्त पुलिस कमिश्नर हरीशचंद्र ने मुस्लिम धर्मगुरुओं से मुलाकात की और उनकी शिकायत पर उन्हें आश्वासन दिया। वहीं, कानपुर की मेयर प्रमिला पांडे ने भी कानपुर के जिलाधिकारी और पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर मंदिरों को खोजने में मदद मांगी।
इसके बाद मुस्लिम पक्ष ने भी सांप्रदायिक सौगात खराब होने की चिंता जताई। आज कानपुर के मुस्लिम इलाके हीरामन पुरवा में मेयर प्रमिला पांडे ने नगर निगम अधिकारियों के साथ पुलिस बल के साथ तीन मंदिरों की तलाश की, जिनका अस्तित्व ही नहीं था। क्या कहा मेयर ने? कहा गया कि मंदिर में शिवालय था, दावा किया गया कि यह शिव मंदिर है। हालांकि, मंदिर में मूर्तियां खंडित थीं। महापौर ने मोबाइल टॉर्च की रोशनी में मंदिर के अंदर की स्थिति का जायजा लिया और बाहर आकर मीडिया से कहा कि मंदिर में मूर्तियां खंडित हैं।
इस मंदिर की सफाई कराई जाएगी और यहां गेट लगाया जाएगा। मीडिया से बात करते हुए महापौर ने कहा कि वह किसी को ठेस नहीं पहुंचाना चाहती हैं. महापौर ने कहा कि वह सिर्फ यही चाहती हैं कि जो हिंदू मंदिर लुप्त हो रहे हैं या किसी कारण से अस्तित्वहीन हो गए हैं, वह फिर से अस्तित्व में आएं। उनमें पूजा-अर्चना हो, उनकी सफाई कराई जाए और गेट लगाए जाएं. इसके अलावा वह और कुछ नहीं चाहती हैं। फिलहाल मंदिरों की तलाशी और मुस्लिम धर्मगुरुओं की आपत्ति से कानपुर में सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ने का डर है।