India News UP(इंडिया न्यूज़),Lucknow Mohit Pandey Case: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के चिनहट थाने में पुलिस हिरासत में कारोबारी मोहित पांडेय की मौत पर कार्रवाई की गई है। चिनहट थाना प्रभारी अश्वनी चतुर्वेदी को निलंबित कर दिया गया है। मोहित पांडेय की हिरासत में मौत का मामला तूल पकड़ने के बाद इंस्पेक्टर अश्वनी कुमार चतुर्वेदी को हटाकर भरत पाठक को चिनहट कोतवाली का थाना प्रभारी बनाया गया है। पुलिस कमिश्नर अमरेंद्र कुमार सेंगर ने यह कार्रवाई की है।
इस मामले में मृतक की मां ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है। साथ ही पुलिस हिरासत में कारोबारी की मौत पर जमकर राजनीति भी हो रही है। इसे लेकर विपक्षी दलों के नेताओं ने योगी सरकार और पुलिस व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं।
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अखिलेश यादव ने उठाए सवाल
व्यवसायी मोहित पांडे की मौत पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि ‘पुलिस हिरासत’ का नाम बदलकर ‘यातना गृह’ कर देना चाहिए। वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के जंगल राज में पुलिस क्रूरता का पर्याय बन गई है।
मायावती ने कही ये बात
पूर्व सीएम मायावती ने भी मोहित की मौत पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने एक्स पर लिखा- लखनऊ में पुलिस हिरासत में व्यापारी मोहित पांडेय की कथित मौत पर परिवार और लोगों में गुस्सा और आक्रोश होना स्वाभाविक है। यह घटना बेहद निंदनीय है। पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने के लिए सरकार को प्रभावी कदम उठाने चाहिए। इसके अलावा, प्रदेश में आए दिन महिलाओं पर हो रही अत्याचार की घटनाएं भी बेहद चिंताजनक हैं, जिस पर सरकार को ऐसे अपराधियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करनी चाहिए, जो बेहद जरूरी है।
जानें पूरा मामला?
राजधानी में पिछले 15 दिनों में पुलिस हिरासत में मौत का यह दूसरा मामला है। मोहित की मां का आरोप है कि पुलिस मामूली विवाद में उसके बेटे मोहित पांडेय को चिनहट थाने ले गई थी। पुलिस हिरासत में मोहित की बुरी तरह पिटाई की गई, जिससे उसकी मौत हो गई।