India News (इंडिया न्यूज), Maha Kumbh 2025: कादरी गेट थाना क्षेत्र में स्थित फर्रुखाबाद रोडवेज बस स्टैंड पर मौनी अमावस्या 2025 के अमृत स्नान को देखते हुए यात्रियों की सुविधा के लिए करीब 40 बसें लगाई गई हैं। जो हर 1 से 2 घंटे पर प्रयागराज के लिए रवाना हो रही है। प्रयागराज में महाकुंभ स्नान करने के लिए जनपद बदायूं के गांव म्याऊं से चलकर फर्रुखाबाद रोडवेज बस स्टैंड पर पहुंचे।
फर्रुखाबाद से प्रयागराज के लिए सीधी बस
मोहनलाल कश्यप ने इंडिया न्यूज़ से बात करते हुए बताया कि वह अपनी पत्नी और बेटी के साथ महाकुंभ स्नान करने के लिए प्रयागराज जा रहे हैं। सोमवार रात करीब 9 बजे वह बदायूं रोडवेज बस स्टैंड पर पहुंचे तो वहां पर बस नहीं मिली, जिसके बाद आज सुबह यानी मंगलवार सुबह 9 बजे फिर बदायूं रोडवेज स्टैंड पर पहुंचे, तो वहां पर फिर रोडवेज बस प्रयागराज के लिए नहीं मिली और बताया गया कि फर्रुखाबाद रोडवेज बस स्टैंड से सीधी बस प्रयागराज के लिए मिल जाएगी।
मौनी अमावस्या पर स्नान करने के लिए आ रहे हैं लोग
उन्होंने बताया कि इसके बाद वह बदायूं से मैजिक द्वारा फर्रुखाबाद रोडवेज बस स्टैंड पर पहुंच गए हैं। अभी यहां पर बस नहीं है। एक से डेढ़ घंटे में प्रयागराज के लिए बस आएगी। उससे हम परिवार सहित प्रयागराज में मौनी अमावस्या के पर्व पर स्नान करने के लिए रवाना हो जाएंगे। उनकी पत्नी मुन्नी देवी ने बताया कि वह अपनी बेटी और पति के साथ कुंभ स्नान करने के लिए जा रहे हैं। उनके मन में संगम तट पर महाकुंभ स्नान करने की तीव्र इच्छा है और गंगा मैया की कृपा से कुंभ स्नान सकुशल संपन्न होगा।
रोडवेज बस स्टैंड फर्रुखाबाद के प्रभारी सुरजन सिंह ने बताया कि मौनी अमावस्या के विशेष स्नान को देखते हुए करीब 40 वसें से फर्रुखाबाद रोडवेज बस स्टैंड से रवाना की जा रही है, जिसमें फर्रुखाबाद डिपो, एटा डिपो और बदायूं डिपो समेत अन्य जनपदों की प्रयागराज जाने वाली बसें शामिल है। वहीं फर्रुखाबाद डिपो की 77 बेस पहले ही प्रयागराज भेज दी गई है।
गंगा स्नान के लिए दूर-दूर से आते हैं लोग
बता दें कि फर्रुखाबाद के भी पांचालघाट गंगातट पर मिनी कुंभ मेला श्री राम नगरिया लगा हुआ है। इस वजह से जिले के कम लोग महाकुंभ स्नान करने के लिए जा रहे हैं। मेरा श्री राम नगरिया में कल्पवास करने के लिए जनपद, इटावा, मैनपुरी, औरैया, हरदोई, शाहजहांपुर, पीलीभीत, बदायूं, बरेली, एटा आदि जिलों से लोग कल्पवास करने के लिए आते हैं और गंगा स्नान करते हैं।