अखिलेश यादव की यूपी सरकार को सलाह, इस मुद्दे के सहारे CM Yogi पर लगाए कई आरोप
Maha Kumbh 2025
India News (इंडिया न्यूज़),Maha Kumbh 2025: महाकुंभ को लेकर विपक्ष पार्टी लगातार बीजेपी पार्टी पर निशाना साध रही है। अब फिर सपा अध्यक्ष ने महाकुंभ भगदड़ हादसे का सहारा लेकर वार किया है। जहां इसी कड़ी में प्रयागराज महाकुंभ में मची भगदड़ के बाद समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव लगातार उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार की व्यवस्थाओं पर सवाल उठा रहे हैं। सपा अध्यक्ष ने महाकुंभ में फंसे लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने की मांग की है।
महाकुंभ में फंसे लोगों को तत्काल राहत पहुंचाने की मांग
इसके लिए उन्होंने पांच सुझाव भी दिए हैं और विभिन्न स्थानों पर फंसे लोगों के लिए भोजन-पानी की व्यवस्था करने को कहा है। सपा अध्यक्ष ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट के जरिए महाकुंभ में फंसे लोगों को राहत पहुंचाने के लिए पांच सुझाव दिए और लिखा- महाकुंभ में फंसे लोगों के लिए राहत की व्यवस्था को लेकर यूपी सरकार को सुझाव। भोजन-पानी के लिए जगह-जगह ढाबे खोलने और भंडारे आयोजित करने की अपील की जाए। स्वयंसेवकों के दोपहिया वाहनों के जरिए दूरदराज के इलाकों में फंसे लोगों तक पूरे प्रदेश से मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ पहुंचाने की व्यवस्था हो। महाकुंभ के आसपास और पूरे प्रदेश में मीलों तक फंसे वाहनों को पेट्रोल-डीजल की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए।
अखिलेश यादव ने आगे लिखा- एक तरफ हजारों करोड़ रुपए प्रचार-प्रसार और दुर्घटनाओं की खबरों को दबाने में खर्च किए जा रहे हैं। वहीं दूसरी तरफ सरकार पीड़ितों के लिए कुछ करोड़ रुपए खर्च करने से क्यों कतरा रही है?
भोजन-पानी के लिए दिन-रात जगह-जगह ढाबे खोलने और भंडारे आयोजित करने की अपील की जाए। स्वयंसेवकों के दोपहिया वाहनों के जरिए दूरदराज के इलाकों में फंसे लोगों तक पूरे प्रदेश से मेडिकल और पैरामेडिकल स्टाफ भेजा जाए…
महाकुंभ की व्यवस्थाओं को लेकर अखिलेश यादव लगातार नपे-तुले अंदाज में सवाल उठा रहे हैं। इससे पहले भी उन्होंने यूपी के लोगों और एनजीओ से रास्ते में फंसे लोगों को भोजन-पानी मुहैया कराने की अपील की थी। गुरुवार को जब उनसे पूछा गया कि क्या वह महाकुंभ में घायल हुए लोगों से मिलने जाएंगे तो उन्होंने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि अगर मैं अस्पताल में घायलों से मिलने जाऊंगा तो कहा जाएगा कि हम महाकुंभ के मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं, इसलिए मैं घायलों से नहीं मिलूंगा।