India News (इंडिया न्यूज़),Maha Kumbh 2025: प्रयागराज संगम की रेती पर महाकुंभ का महापर्व शुरू हो चुका है। सोमवार (13 जनवरी) को कुंभ का पहला स्नान हुआ और महाकुंभ में हिस्सा लेने के लिए देशभर से लोग पहुंचे। इस बीच मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता उमा भारती भी प्रयागराज पहुंच गई हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X के जरिए इसकी जानकारी दी है।
उमा भारती ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर लिखा, “मैं आज सुबह श्री प्रयागराज पहुंची। मैं महाकुंभ क्षेत्र में नहीं हूं, मैं शहर के अंदर ही रह रही हूं। आज सुबह जब मैं प्रयागराज जंक्शन रेलवे स्टेशन पर उतरी तो भ्रम और डर दोनों दूर हो गए। स्टेशन से लेकर पूरे रूट पर श्रद्धालुओं के लिए सुविधा और सुरक्षा इतनी अच्छी है जितनी मैंने पहले कभी नहीं देखी। ठंड को लेकर ज्यादा भ्रम की स्थिति नहीं है, फिर भी योगी आदित्यनाथ की सरकार ने ठंड से लड़ने के लिए बहुत अच्छे इंतजाम किए हैं।”
1. मैं आज सुबह श्री प्रयागराज पहुंची। मैं महाकुंभ क्षेत्र में नहीं हूं, मैं शहर के अंदर ही रह रही हूं।
2. जब मैं आज सुबह श्री प्रयागराज जंक्शन रेलवे स्टेशन पर उतरी। रेलवे स्टेशन पर उतरते ही भ्रम और भय दोनों दूर हो गए।
महाकुंभ में प्रयागराज प्रशासन और पुलिस पर बोलीं उमा भारती
उमा भारती ने आगे लिखा, “1977 से मैं श्री प्रयागराज के महाकुंभ में स्नान करने लगी हूं। तब से लेकर इस महाकुंभ तक मैंने यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए प्रशासन और पुलिस की इतनी अच्छी व्यवस्था, सुरक्षा, सुविधाएं और अत्यंत विनम्र व्यवहार कभी नहीं देखा। धन्य है भारत, धन्य है श्री प्रयागराज और धन्य है महाकुंभ। करोड़ों भारतीयों की ओर से उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ को मेरा नमन।”
महाकुंभ के लिए की जा रही हैं भव्य तैयारियां
गौरतलब है कि पौष पूर्णिमा से शुरू हुआ महाकुंभ 144 साल बाद आने वाला भव्य पर्व है। ऐसे में इस बार तैयारियां भी भव्य तरीके से की गई हैं। महाकुंभ के लिए संगम तट पर 41 घाट तैयार किए गए हैं। इनमें से 10 घाट स्थायी और बाकी 31 अस्थायी हैं। उम्मीद है कि इस बार महाकुंभ में करीब 45 करोड़ श्रद्धालु पहुंचेंगे। प्रयागराज में भारत ही नहीं बल्कि दुनियाभर से श्रद्धालु पहुंचते हैं। माना जा रहा है कि मकर संक्रांति के मौके पर करीब 7 करोड़ श्रद्धालु डुबकी लगाने त्रिवेणी संगम पहुंचेंगे। शाही स्नान की अन्य तिथियां 29 जनवरी (मौनी अमावस्या), 3 फरवरी (बसंत पंचमी), 12 फरवरी (माघ पूर्णिमा) और 26 जनवरी (महाशिवरात्रि) होंगी।