India News (इंडिया न्यूज),Maha Kumbh 2025: 13 जनवरी से शुरू हो रहे महाकुंभ में ड्यूटी करने वाले सैनिकों को उनके साथ आने और सेवा भाव के साथ ड्यूटी करने के लिए उनकी मदद करने की ट्रेनिंग दी जा रही है। पुलिस महानिदेशक को महाकुंभ की ड्यूटी सामान्य पुलिसिंग से अलग बताई जा रही है।
सामान्य पुलिसिंग में नियंत्रण अपराध और कानून व्यवस्था को लेकर पैनी नजर रखना होता है, लेकिन आस्था के इस मेले में स्टूडियो के साथ ही श्रद्धालुओं की मदद भी करानी होती है। उन्हें दूर जाना होता है।
महाकुंभ के लिए स्पेशल ट्रेनिंग
महाकुंभ मेले में अपनों से बिछड़े लोगों को परिवार वालों से मिलाना होता है। श्रद्धालुओं के साथ सेवा भाव से पेश आकर उनसे व्यवहार किया जाता है और परिवार के एक सदस्य की तरह उनकी मदद की जाती है। लाखों करोड़ों की भीड़ में खुले आसमान के नीचे ड्यूटी करने वाले पुलिसकर्मी दबाव में तनावग्रस्त न हो इसके लिए विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।
आश्रम परिसर में बेहतरीन तरीके से पेशी और पुण्य की भावना से सेवा करने के लिए, इसके लिएपुलिस कर्मियों को सॉफ्ट स्किलस ट्रेनिंग दी जा रही है। बाकायदा उनकी क्लास कराई जा रही है. इस कक्षा में अफसरों और एक्सपर्ट्स के साथ ही संत महात्मा और आध्यात्म गुरु भी शिष्यों को मन को शांत और एकाग्र आश्रम के गुरु सिखा रहे हैं।
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आपा ने खोये पुलिस
इसी कड़ी में मेला पुलिस लाइंस में हुई मोटिवेशनल क्लास में ब्रह्माकुमारी की आध्यात्मिक गुरु दीदी शिवानी ने साथियों को ट्रेनिंग दी। उनके सहयोगियों ने बताया कि भीड़ का दबाव कितना भी अधिक हो, शिष्यों के सवाल भले ही बहुत हों, लेकिन आपको पता नहीं चलना चाहिए। खुद को संयमित रखना है और शिष्य की मदद करना है।
आध्यात्मिक गुरु दीदी शिवानी ने पुलिसकर्मियों से मेला क्षेत्र में पैनी नजर बनाए रखने की अपील की, जिससे कोई भी गलत नियत रखने वाला अपनी साजिश में सफल न हो सके। उन्होंने कहा कि एनीमेशन और इंटरनेट को एकाग्र और शांत रखा जा सकता है। योग और ध्यान के माध्यम से भी इसे बेहतर बनाया जा सकता है।
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