महाकुंभ में माघ पूर्णिमा स्नान आज, श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर किए गए ये खास इंतजाम
Maha Kumbh 2025
India News (इंडिया न्यूज़),Maha Kumbh 2025: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ में बुधवार को माघ पूर्णिमा का स्नान है। ऐसे में सरकार और प्रशासन दोनों के लिए यह चुनौती है कि सब कुछ सुरक्षित और शुभ तरीके से हो। वजह यह है कि मौनी अमावस्या के स्नान पर महाकुंभ में मची भगदड़ ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था। वहीं पिछले कई दिनों से महाकुंभ की ओर जाने वाली सभी सड़कों पर भयंकर जाम लगा हुआ था। लेकिन अब प्रयागराज के पुलिस कमिश्नर खुद ट्रैफिक संभालते नजर आए। और प्रयागराज आने वाली 7 सड़कों पर ट्रैफिक सामान्य नजर आने लगा। अब 12 फरवरी को होने वाले माघ पूर्णिमा के स्नान की सभी तैयारियां की जा रही हैं।
दरअसल महाकुंभ के मौके पर प्रयागराज में रोजाना लोगों की भारी भीड़ उमड़ रही है। रोजाना करोड़ों लोग संगम तट पर पवित्र डुबकी लगा रहे हैं। मंगलवार को महाकुंभ में रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने अपने परिवार के साथ संगम में डुबकी लगाई। वहीं अभिनेता विद्युत जामवाल ने कहा कि स्नान के बाद मिली खुशी के सामने भीड़ कुछ भी नहीं है। महाकुंभ में पहुंची अभिनेत्री सोनल चौहान ने संगम में डुबकी लगाई। महाकुंभ में श्रद्धालुओं की संख्या लगातार बढ़ रही है, जबकि अभी दो बड़े स्नान बाकी हैं। पहला माघ पूर्णिमा और दूसरा महाशिवरात्रि पर है। ऐसे में माघ पूर्णिमा स्नान 12 फरवरी को होना है। लेकिन इस स्नान से पहले और महाकुंभ में लगे भीषण जाम के बाद प्रशासन ने सख्त रुख अख्तियार कर लिया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अफसरों से सख्त लहजे में कहा है कि किसी भी हालत में जाम नहीं लगना चाहिए। माघी पूर्णिमा पर नया ट्रैफिक प्लान लागू किया गया है। अब मेला क्षेत्र ही नहीं, पूरे शहर को 12 फरवरी तक नो व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। कल्पवासियों के वाहन भी अंदर नहीं जा सकेंगे। सिर्फ प्रशासनिक अफसरों के वाहन और स्वास्थ्य विभाग के वाहन ही चलेंगे। वीवीआईपी पास भी निरस्त कर दिए गए हैं। यहां जारी बयान में कहा गया है कि श्रद्धालुओं की सुरक्षित वापसी के लिए राज्य परिवहन विभाग ने 1,200 अतिरिक्त बसों की व्यवस्था की है, जो हर 10 मिनट पर उपलब्ध रहेंगी।
माघ पूर्णिमा पर स्नान से धुल जाते हैं सारे पाप
महाकुंभ में माघ पूर्णिमा पर स्नान के लिए अब सरकार ने पूरी तैयारी कर ली है। 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा स्नान के अवसर पर प्रशासन संगम पर श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा करेगा। मान्यता है कि माघ पूर्णिमा के दिन संगम तट पर स्नान करने से कई जन्मों के पाप नष्ट हो जाते हैं। और इसीलिए महाकुंभ में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। असीम आस्था के महाकुंभ में आस्था का ऐसा सैलाब उमड़ा कि पिछले सप्ताहांत बनारस, लखनऊ, कानपुर, रीवा, मिर्जापुर, जौनपुर में हर सड़क पर ट्रैफिक का दम घुट रहा था। 10-15 लाख वाहन, 30-40 लाख श्रद्धालु सड़कों पर फंस गए, फिर सोमवार तक अफरातफरी मची रही। सीएम योगी ने रातभर अधिकारियों को फटकार लगाई। सुबह तक सड़कें खुली नजर आने लगीं। अब 12 फरवरी को पूर्णिमा स्नान की तैयारियां चल रही हैं। पुलिस ने एक बार फिर मोर्चा संभाल लिया है। दावा है कि प्रयागराज की सीमा में आने वाली सभी सड़कों पर यातायात सुचारू कर दिया गया है।
हर साल माघ महीने में प्रयागराज में विशेष माघ मेला लगता है, जिसका समापन अंतिम स्नान के साथ होता है। करोड़ों श्रद्धालु संगम और गंगा में स्नान कर अपने पापों से मुक्ति की कामना करते हैं। कहा जाता है कि इस दिन देवता भी गंगा में स्नान करने आते हैं। महाकुंभ के दौरान माघ पूर्णिमा के दिन दान का विशेष महत्व है। अन्न, वस्त्र, तिल, गुड़, घी, कंबल और अन्य आवश्यक वस्तुओं का दान करने से अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती है। खासकर जरूरतमंदों को भोजन कराना बहुत पुण्य का काम माना जाता है। इसलिए महाकुंभ में जगह-जगह भंडारे आयोजित करने की तैयारी की जा रही है।
महाकुंभ के हर सेक्टर में हाईटेक चिकित्सा सेवाएं
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महाकुंभ क्षेत्र के साथ ही शहर और मंडल के सभी अस्पताल हाई अलर्ट मोड में रहेंगे। श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए जल, थल और नभ से निगरानी की जा रही है। जिसके तहत 133 एंबुलेंस तैनात की गई हैं, जो किसी भी आपात स्थिति में तत्काल राहत पहुंचाने का काम करेंगी। 125 एंबुलेंस के अलावा सात रिवर एंबुलेंस और एक एयर एंबुलेंस को विशेष रूप से तैनात किया गया है। महाकुंभ क्षेत्र के हर सेक्टर में अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाओं की व्यवस्था की गई है। छोटे ऑपरेशन से लेकर बड़ी सर्जरी तक की सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। महाकुंभ मेले के नोडल चिकित्सा प्रतिष्ठान डॉ. गौरव दुबे ने बताया कि योगी सरकार की आपातकालीन सेवाएं खासकर एंबुलेंस सेवा अहम भूमिका निभा रही हैं। इस दौरान महाकुंभ क्षेत्र में 2000 से अधिक चिकित्सा कर्मचारी तैनात रहेंगे, जबकि स्वरूप रानी नेहरू (एसआरएन) अस्पताल में 700 से अधिक चिकित्सा बल हाई अलर्ट पर रहेंगे।
एसआरएन में 250 बेड आरक्षित, ब्लड बैंक पूरी तरह तैयार
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के विशेष निर्देश पर एसआरएन अस्पताल में 250 बेड आरक्षित किए गए हैं। वहीं, आपातकालीन स्थिति से निपटने के लिए यहां 200 यूनिट ब्लड भी सुरक्षित रखा गया है। वहीं, महाकुंभनगरी के 500 बेड की क्षमता वाले सभी 43 अस्पतालों को भी पूरी तरह तैयार रखा गया है। स्वरूपरानी नेहरू चिकित्सालय में 40 बेड का ट्रॉमा सेंटर, 50 बेड का सर्जिकल आईसीयू, 50 बेड का मेडिसिन वार्ड, 50 बेड का पीएमएसएसवाई वार्ड और 40 बेड की बर्न यूनिट आरक्षित की गई है। इसके अलावा 10 बेड का कार्डियोलॉजी वार्ड और 10 बेड का आईसीयू भी पूरी तरह तैयार है। यहां की पूरी व्यवस्था की निगरानी प्राचार्य डॉ. वत्सला मिश्रा के नेतृत्व में की जा रही है, जबकि उप प्राचार्य डॉ. मोहित जैन और प्रमुख अधीक्षक डॉ. अजय सक्सेना श्रद्धालुओं की जरूरतों पर विशेष नजर रख रहे हैं। श्रद्धालुओं की सेवा के लिए आयुष विभाग के 150 चिकित्सा बल के साथ 30 विशेषज्ञ चिकित्सकों को भी तैनात किया गया है। एम्स दिल्ली और बीएचयू के चिकित्सा विशेषज्ञ भी अलर्ट रहेंगे। डॉ. गिरीश चंद्र पांडेय ने बताया कि क्षेत्रीय आयुर्वेदिक एवं यूनानी अधिकारी डॉ. मनोज सिंह के नेतृत्व में टीम श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए 24 घंटे अलर्ट मोड में है।
अफवाहों पर ध्यान न दें: अधिकारी
प्रयागराज के पुलिस आयुक्त तरुण गाबा ने कहा कि पुलिस महाकुंभ में श्रद्धालुओं को निर्बाध और परेशानी मुक्त अनुभव प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। टोल प्लाजा और पड़ोसी जिलों के अधिकारियों से वास्तविक समय का डेटा एकत्र किया जा रहा है ताकि आने वाले वाहनों की संख्या और मार्गों को ट्रैक किया जा सके, जिससे उचित यातायात प्रबंधन हो सके। माघ पूर्णिमा से एक दिन पहले मेला क्षेत्र को ‘नो-व्हीकल ज़ोन’ घोषित कर दिया गया था और मंगलवार शाम से प्रयागराज में वाहनों की आवाजाही भी प्रतिबंधित कर दी गई है। प्रशासन ने जनता से सोशल मीडिया पर गलत सूचना फैलाने या अफवाहों पर विश्वास करने से बचने का भी आग्रह किया है।