India News (इंंडिया न्यूज़),Maha Kumbh 2025: महाकुंभ मेले में आम दिनों से कहीं अधिक संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने के कारण प्रयागराज की चारों दिशाओं से आने वाली सड़कें रविवार को कई घंटों तक जाम रहीं। स्टेशन के बाहर भारी भीड़ के कारण प्रयागराज संगम रेलवे स्टेशन को बंद कर दिया गया। मेला प्रशासन की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार रविवार रात आठ बजे तक 1.57 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया और 13 जनवरी से नौ फरवरी तक महाकुंभ में 43.57 करोड़ से अधिक श्रद्धालु गंगा में डुबकी लगा चुके हैं।

पांच घंटे से जाम में फंसे श्रद्धालु

रायबरेली के श्रद्धालु रामकृपाल ने बताया कि वह लखनऊ-प्रयागराज राजमार्ग पर फाफामऊ से पहले पांच घंटे तक जाम में फंसे रहे और फिर किसी तरह बेला कछार में वाहन खड़ा करके वहां से संगम घाट के लिए पैदल ही निकल पड़े। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने ट्रैफिक जाम की स्थिति को लेकर ‘X’ पर पोस्ट किया, “प्रयागराज महाकुंभ में फंसे करोड़ों श्रद्धालुओं के लिए तत्काल आपातकालीन व्यवस्था की जानी चाहिए। जगह-जगह ट्रैफिक जाम में फंसे भूखे-प्यासे, परेशान और थके-हारे श्रद्धालुओं को मानवीय दृष्टिकोण से देखा जाना चाहिए।

क्या आम श्रद्धालु इंसान नहीं हैं?”

उन्होंने लिखा, “लखनऊ की तरफ प्रयागराज में प्रवेश करने से 30 किलोमीटर पहले नवाबगंज में जाम है, रीवा रोड से 16 किलोमीटर पहले गौहनिया में जाम है, वाराणसी की तरफ 12 से 15 किलोमीटर तक जाम है और हर जगह से ट्रेन के इंजन में भीड़ घुसने की खबरें आ रही हैं। आम जनजीवन मुश्किल हो गया है।” अखिलेश ने कहा, “उत्तर प्रदेश सरकार विफल हो गई है। यह केवल अहंकार से भरे झूठे विज्ञापनों में दिखाई देती है, लेकिन हकीकत में यह जमीन पर गायब है।”

क्यों लग रहा लंबा जाम

एडीसीपी (यातायात) कुलदीप सिंह ने कहा, वाहनों की संख्या बहुत ज्यादा है और यात्री जितना नजदीक जा सकते हैं, जाने की कोशिश कर रहे हैं। इस वजह से लंबा जाम लग रहा है। हमें मौनी अमावस्या वाली व्यवस्था लागू करनी होगी। सिंह के मुताबिक, अभी जो भीड़ आ रही है, वह लगभग उतनी ही है, जितनी मौनी अमावस्या पर थी। भीड़ बहुत ज्यादा है। मौनी अमावस्या पर पहले मेला क्षेत्र के पास की पार्किंग भर रही थी और फिर दूर की पार्किंग भरने लगी।

50 फीसदी तक भर चुकी है पार्किंग

एडीसीपी (यातायात) ने कहा, दूर की पार्किंग 50 फीसदी भर चुकी है। पास की पार्किंग छोटी पार्किंग है, जबकि दूर की पार्किंग बड़ी है। मसलन, आईईआरटी और बघाड़ा पार्किंग (मेला क्षेत्र के पास) में चार से पांच हजार वाहन पार्क करने की क्षमता है, जबकि नेहरू पार्क और बेला कछार जैसी दूर की पार्किंग में 20-25 हजार वाहन पार्क हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि स्नान पर्व पर स्थानीय लोगों के वाहन नहीं चलते, लेकिन अब सभी तरह के वाहन चल रहे हैं। सिंह ने बताया कि पिछले (2019) कुंभ में खासकर सामान्य दिनों में इतनी भीड़ नहीं होती थी, लेकिन इस बार सामान्य दिनों में भी इतनी भीड़ है। उन्होंने कहा कि अगले कुछ दिनों तक श्रद्धालुओं की भीड़ कम होने की कोई संभावना नहीं है।

लखनऊ कुलदीप तिवारी ने लोगों को दी ये सलाह

उधर, वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक (उत्तर रेलवे) लखनऊ कुलदीप तिवारी ने बताया कि चूंकि प्रयागराज संगम स्टेशन के बाहर भारी भीड़ के कारण यात्रियों को स्टेशन से बाहर निकलने में कठिनाई हो रही थी, इसलिए प्रयागराज संगम स्टेशन को बंद करने का निर्णय लिया गया। उधर, महाकुंभ 2025 में आने वाले श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए उत्तर मध्य रेलवे ने प्रयागराज संगम स्टेशन को अगले आदेश तक बंद करने का निर्णय लिया है। प्रयागराज जंक्शन स्टेशन पर एकल दिशा यातायात व्यवस्था लागू कर दी गई है। उत्तर मध्य रेलवे के वरिष्ठ जनसंपर्क अधिकारी अमित मालवीय ने बताया कि यात्रियों की सुरक्षा एवं सुविधा के लिए प्रवेश केवल सिटी साइड (प्लेटफॉर्म नंबर-1 की ओर) से दिया जाएगा और निकासी केवल सिविल लाइंस साइड से होगी यात्री आश्रय स्थल पर अनारक्षित टिकट काउंटर, एटीवीएम और मोबाइल टिकटिंग के रूप में टिकट उपलब्ध रहेंगे। मालवीय के अनुसार इसी तरह आरक्षित यात्रियों को गेट नंबर पांच से प्रवेश दिया जाएगा और उन्हें ट्रेन आने के आधे घंटे पहले ही प्लेटफॉर्म पर जाने की अनुमति होगी। इस भयंकर जाम की स्थिती को लेकर आप लोगों की क्या राह है हमे कॉमेंट करके जरूर बताए।