India News (इंडिया न्यूज़),Maha Kumbh Stampede: प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ मामले में न्यायिक जांच आयोग का गठन किया जा रहा है। सीएम योगी द्वारा गठित जांच आयोग की टीम आज सोमवार (24 फरवरी) को प्रयागराज पहुंच गई है। जहां वह एक बार फिर भगदड़ मामले की जांच करेगी और मौके पर तैनात सभी अधिकारियों और कर्मियों से बात करेगी।जांच के बाद यह रिपोर्ट सीएम योगी आदित्यनाथ को सौंपी जाएगी।
स्नान करने के लिए करोड़ों श्रद्धालु संगम पहुंचे
दरअसल, प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर स्नान करने के लिए करोड़ों श्रद्धालु संगम पहुंचे थे। इस दौरान संगम नोज पर भगदड़ मच गई। इस घटना में 30 लोगों की जान चली गई। सीएम योगी ने इस घटना की जांच के लिए रिटायर्ड जज हर्ष कुमार की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की थी।रिटायर्ड आईएएस डीके सिंह और आईपीएस वीके गुप्ता को इस टीम का सदस्य बनाया गया है।
मार्च माह में पेश की जाएगी रिपोर्ट
न्यायिक आयोग की टीम प्रयागराज पहुंची पहले न्यायिक जांच आयोग को एक महीने के भीतर अपनी रिपोर्ट राज्य सरकार को सौंपनी थी, लेकिन बाद में इस समय अवधि को और बढ़ा दिया गया।इस रिपोर्ट को अब मार्च माह में पेश किया जा सकता है। ऐसे में न्यायिक आयोग की टीम सोमवार को प्रयागराज पहुंच गई। उधर, महाकुंभ के समापन से पहले बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का पहुंचना जारी है। हर दिन एक करोड़ श्रद्धालु महाकुंभ में पहुंच रहे हैं।
इस दिन महाकुंभ में आखिरी स्नान
26 फरवरी को महाशिवरात्रि पर महाकुंभ में आखिरी स्नान है। बता दें कि मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में संगम नोज के पास उस समय भगदड़ मच गई थी, जब श्रद्धालु ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करने के लिए रात से ही डेरा डाले हुए थे। इसी बीच रात में अचानक यहां भीड़ का दबाव बढ़ गया और भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई, जबकि विपक्षी दल समाजवादी पार्टी लगातार सरकार पर मौत का सही आंकड़ा छिपाने का आरोप लगा रही है। सपा ने इस मुद्दे को लोकसभा और यूपी विधानसभा में जोर-शोर से उठाया है। वहीं, भाजपा का कहना है कि इस मामले की जांच की जा रही है। जांच आयोग की रिपोर्ट आने के बाद ही कुछ कहा जा सकता है।