India News (इंडिया न्यूज़,Maha Kumbh Stampede: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ के दौरान हुई भगदड़ के बाद विपक्ष ने राज्य की योगी सरकार पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं। इसी क्रम में नगीना से सांसद और आजाद समाज पार्टी (कांशीराम) के नेता चंद्रशेखर आजाद ने सरकार से इस्तीफे की मांग की है। उन्होंने कहा है कि अब सरकार को सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है।
चंद्रशेखर आजाद ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा- मुझे लगा था कि लंबे समय से धार्मिक कार्यों से जुड़े रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी कम से कम धार्मिक आयोजनों को व्यवस्थित तरीके से संपन्न करा पाएंगे। लेकिन यहां भी मुझे निराशा ही हाथ लगी। योगी सरकार ने तीर्थयात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को पूरी तरह से नजरअंदाज किया, जिसके कारण यह भीषण त्रासदी हुई।
सीएम से की त्तकाल कदम उठाने की मांग
उन्होंने लिखा- प्रयागराज कुंभ मेले में भगदड़ के कारण 17 तीर्थयात्रियों की मृत्यु और सैकड़ों लोगों के घायल होने की खबर दुखद और क्रोधजनक है। मैं शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करता हूं, मैं कुदरत से प्रार्थना करता हूं कि उन्हें इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति प्रदान करें सांसद ने लिखा- यह हादसा सरकार की घोर लापरवाही, अकुशल प्रशासन और कुप्रबंधन का प्रत्यक्ष प्रमाण है। सरकार का ध्यान श्रद्धालुओं की सुविधा और सुरक्षा पर कम और प्रचार पर ज्यादा रहा, जिसका खामियाजा निर्दोष लोगों को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा। उन्होंने कहा कि यह महज एक हादसा नहीं, बल्कि सरकारी नाकामी का घिनौना उदाहरण है।
इतने बड़े धार्मिक आयोजन में इस स्तर की अव्यवस्था और अराजकता साबित करती है कि सरकार की प्राथमिकता सिर्फ इवेंट मैनेजमेंट और फोटोशूट तक ही सीमित है। सांसद ने आरोप लगाया कि इतना ही नहीं यहां के अस्पतालों की दुर्दशा भी कम शर्मनाक नहीं है। न बेड, न सुविधाएं, संसाधनों की भारी कमी और घायलों के समुचित इलाज की समस्या साबित करती है कि सरकार की प्राथमिकता कभी भी लोगों का कल्याण नहीं रही है। आज भी घायल यात्रियों को न तो समय पर चिकित्सा मिल पा रही है और न ही समुचित इलाज। सरकार की इस नाकामी ने यात्रियों की जान को खतरे में डाल दिया है। उन्होंने लिखा- मैं योगी सरकार से मांग करता हूं कि वह तत्काल निम्न ठोस कदम उठाए:
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- घायलों को बेहतर से बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए तथा सभी का निःशुल्क इलाज किया जाए।
- मृतकों के परिजनों को एक-एक करोड़ रुपए का मुआवजा दिया जाए।
- घटना के लिए जिम्मेदार अधिकारियों व प्रशासनिक मशीनरी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए।
- भविष्य में ऐसी घटनाओं में आपदा प्रबंधन व सुरक्षा के कड़े उपाय सुनिश्चित किए जाएं।
योगी सरकार से इस्तीफे की मांग करते हुए नगीना सांसद ने लिखा- इस त्रासदी ने योगी सरकार के खोखले दावों की पोल खोल दी है। धार्मिक आयोजनों को राजनीतिक मंच बनाकर श्रद्धालुओं की सुरक्षा से खिलवाड़ करना अक्षम्य अपराध है। अगर सरकार अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा पा रही है तो उसे सत्ता में बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
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