India News (इंडिया न्यूज़),Maha Kumbh ka Maha Manch 2025: प्रयागराज में महाकुंभ 2025 के अंतर्गत आयोजित “महाकुंभ का महामंच” का शुभारंभ हुआ, जिसमें देश के प्रमुख संतों और आचार्यों ने भाग लिया। कार्यक्रम का आरंभ भारतीय परंपराओं के अनुसार दीप प्रज्वलन से किया गया। इस मौके पर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विवेकानंद सरस्वती महाराज, विश्वात्मा नंद सरस्वती, रवींद्र पुरी महाराज और साक्षी महाराज सहित कई बड़े संत उपस्थित रहे।

स्वामी विवेकानंद सरस्वती महाराज का शॉल ओढ़ाकर स्वागत

मंच पर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विवेकानंद सरस्वती महाराज का शॉल ओढ़ाकर स्वागत किया गया। इंडिया न्यूज के एडिटर-इन-चीफ राणा यशवंत ने शंखदान करते हुए उनका अभिनंदन किया। स्वामी विवेकानंद सरस्वती ने गंगा स्नान के महत्व को बताते हुए कहा कि यह 144 वर्षों बाद आया दुर्लभ अवसर है और इसे आध्यात्मिक आशीर्वाद माना जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि गंगा स्नान ने उनके जीवन को सार्थक बना दिया है।

कल्पना पोटवारी का गंगा मईया के प्रति भावुक संदेश

भोजपुरी की प्रसिद्ध गायिका कल्पना पटवारी ने इस कार्यक्रम में भाग लेते हुए गंगा मईया के प्रति अपने गहरे भाव व्यक्त किए। उन्होंने गंगा से क्षमा मांगते हुए कहा कि जीवनभर व्यस्तता में कई पूजा-पाठ और व्रत करने से चूक गईं, लेकिन अब उन्हें मां गंगा की शरण में स्थान चाहिए।

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गंगा मईया पर कई गीत प्रस्तुत किए

कल्पना ने गंगा मईया पर कई गीत प्रस्तुत किए, जिनमें “बम बम बोल रहा है काशी” प्रमुख रहा। उन्होंने गंगा स्नान को अपने जीवन का सबसे बड़ा आशीर्वाद बताते हुए कहा कि यह उनके लिए आध्यात्मिक यात्रा का केंद्र बिंदु बन गया है। साथ ही, उन्होंने काशी में भिखारी ठाकुर की रचनाओं को गाने का अनुभव साझा किया। भिखारी ठाकुर को भोजपुरी का शेक्सपियर माना जाता है।

गंगा मईया के प्रति श्रद्धा और उत्साह

महाकुंभ के इस कार्यक्रम में श्रद्धालुओं और संतों ने गंगा मईया के प्रति अपनी श्रद्धा प्रकट करते हुए इसे जीवन का आध्यात्मिक मार्ग बताया। “महाकुंभ का महामंच” ने एक बार फिर भारतीय संस्कृति और अध्यात्म का व्यापक संदेश दिया।

कौन हैं कल्पना पटवारी ?

कल्पना पटवारी असम की एक भारतीय पार्श्व गायिका और लोक गायिका हैं। उन्होंने कई भारतीय भाषाओं में गाने और लोक संगीत रिकॉर्ड किए हैं , जिनमें भोजपुरी संगीत प्रमुख शैली है। कल्पना पटवारी ने 4 साल की उम्र में अपने करियर की शुरुआत की और उन्होंने लखनऊ के भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय में हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत में संगीत बिशारद के लिए दीपेन रॉय और शिखा दत्ता से आगे की शिक्षा प्राप्त की।

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