India News (इंडिया न्यूज़),Maha Kumbh 2025: समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महाकुंभ में प्रशासनिक व्यवस्था को लेकर योगी आदित्यनाथ सरकार पर फिर सवाल उठाए हैं। जिस पर बीजेपी सांसद और यूपी के पूर्व डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा ने पलटवार किया है। उन्होंने सपा अध्यक्ष को सनातन विरोधी बताते हुए कहा कि वह कुंभ को बदनाम कर रहे हैं। जो भी इतने बड़े आयोजन पर आरोप लगाने की कोशिश करेगा, वह पाप का भागी होगा।

दिनेश शर्मा ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि,  ”अगर आप कुंभ में सहयोग नहीं करते हैं तो कम से कम इसकी आलोचना तो न करें। महाकुंभ में 43 करोड़ लोग आए हैं। अगर एक घर में 43 लोग आ जाएं तो घर चलाना मुश्किल हो जाता है और इतना बड़ा आयोजन करने वालों पर सवाल उठाकर आप क्या करना चाहते हैं। आप कुंभ को बदनाम करना चाहते हैं। क्या आप सनातन को बदनाम करना चाहते हैं या आपका निशाना योगी सरकार है?  मुझे लगता है कि जो भी सनातनियों के महाकुंभ पर बेबुनियाद आरोप लगाएगा, वह पाप का भागी होगा।”

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अखिलेश यादव को दिनेश शर्मा का जवाब

अखिलेश यादव के सवालों का जवाब देते हुए दिनेश शर्मा ने कहा कि जो लोग आरोप लगा रहे हैं, उन्होंने खुद वीआईपी स्नान किया है। उन्हें वहां का पानी इतना साफ लगा कि उन्होंने एक की जगह 11 डुबकी लगाई। अब वे दूसरों पर आरोप क्यों लगा रहे हैं। यहां आने वाले श्रद्धालुओं से जाकर पूछिए कि वे कितने लीन हैं। आप योगी जी से कुछ कह सकते हैं, मोदी जी से कुछ कह सकते हैं, लेकिन कुंभ को क्यों कोस रहे हैं। कुंभ से क्या दुश्मनी, सनातन से क्या दुश्मनी, दुनिया के तमाम शोधकर्ता आज भी नहीं खोज पाएंगे कि सपा को सनातन से इतनी दुश्मनी क्यों है। कांग्रेस के लोग कुंभ स्नान से क्यों डरते हैं? अभी तक उसके नेता कुंभ में स्नान करने नहीं गए।
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आपको बता दें कि सपा अध्यक्ष ने कुंभ की तैयारियों को लेकर योगी सरकार पर निशाना साधा था और कहा था कि सरकार ने आश्वासन दिया था कि 100 करोड़ लोगों के लिए व्यवस्था की जाएगी, लेकिन अमृत स्नान के दौरान ही सच्चाई सामने आ गई। वे भगदड़ में जान गंवाने वालों की संख्या भी नहीं बता पाए। सरकार ने छवि सुधारने के लिए प्रचार पर खर्च किया, लेकिन कुंभ धार्मिक है। यह सदियों से चला आ रहा है। इसमें छवि का सवाल नहीं है। महत्वपूर्ण बात यह है कि श्रद्धालुओं को सुविधाएं दी जाएं।