India News (इंडिया न्यूज)Mahakumbh 2025: यूपी के प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से चल रहा महाकुंभ मेला 26 फरवरी 2025 को समाप्त हो गया। आज महाशिवरात्रि के अवसर पर अंतिम शाही स्नान के लिए आस्था का सैलाब उमड़ पड़ा। महाकुंभ मेला 2025 प्रयागराज के समापन पर संजीव कुमार सिंह और रश्मि गुप्ता की कहानी सामने आई है।

दरअसल, संजीव कुमार सिंह और रश्मि गुप्ता एक ही स्कूल में पढ़ते थे। आगे की पढ़ाई पूरी करने के बाद दोनों अपनी-अपनी जिंदगी में व्यस्त हो गए। वे कभी एक-दूसरे से मिल नहीं पाए। अब महाकुंभ मेला 2025 में जब पुलिसकर्मी संजीव और शिक्षिका रश्मि 37 साल बाद मिले तो उनकी पढ़ाई की यादें ताजा हो गईं।

संजीव कुमार सिंह और रश्मि गुप्ता ने 37 साल बाद अपनी मुलाकात का एक वीडियो भी बनाया, जो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। इंस्टाग्राम पर Motivational_shayari18 नाम के अकाउंट से एक वीडियो शेयर किया गया है जिसके साथ कैप्शन लिखा है, ‘वक्त-वक्त की बात है, जो लोग हमें बिल्कुल पसंद नहीं करते थे, वे भी हमें पसंद करते हैं।’

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रश्मि गुप्ता वर्तमान में लखनऊ के केकेवी डिग्री कॉलेज में शिक्षिका हैं

वायरल वीडियो में संजीव कुमार सिंह कहते हैं, ‘रश्मि और मैं 1988 में डिग्री कॉलेज में सहपाठी थे। उसके बाद आज महाकुंभ में उनसे मुलाकात हुई। रश्मि गुप्ता वर्तमान में लखनऊ के केकेवी डिग्री कॉलेज में शिक्षिका हैं। मैं उनसे पूछना चाहती हूं कि यहां आकर कैसा लगा?

स्कूल के समय में संजीव कुमार बहुत सरल स्वभाव के थे- रश्मि गुप्ता

वीडियो में सहपाठी संजीव कुमार सिंह के सवाल के जवाब में रश्मि गुप्ता कहती हैं, ‘बहुत अच्छा अनुभव रहा। मुझे यहां की व्यवस्थाएं अच्छी लगीं। संजीव ने हमारे लिए अच्छी व्यवस्थाएं कीं। जब संजीव हमारे साथ पढ़ते थे तो बहुत शांत रहते थे। बहुत सरल स्वभाव के थे। आज आपका व्यक्तित्व बहुत अच्छा हो गया है। आपसे मिलकर बहुत अच्छा लगा।’

उस समय हमें घास भी नहीं डालती थीं -संजीव कुमार सिंह

जब रश्मि गुप्ता ने अपने सहपाठी संजीव कुमार सिंह के वर्तमान व्यक्तित्व के बारे में बताया तो संजीव कुमार ने कहा, “भाई! बताओ, जवानी में आदमी सुंदर दिखता है। बुढ़ापे में कौन ऐसा दिखता है? मेरी उम्र 55 साल से ऊपर हो गई है। अब वह मेरी तारीफ कर रही है। अगर वह इस महिला मंडल में पढ़ते समय मेरी तारीफ करती तो शायद मेरे दिन बहुत अच्छे होते। उस समय उसने मेरी बिल्कुल भी तवज्जो नहीं दी। उसकी पूरी महिला मंडल टोली ने मुझे नमस्ते या गुड मॉर्निंग तक नहीं कहा। अब वह मेरी खूब तारीफ कर रही है। मेरा मानना ​​है कि यह झूठी तारीफ है। मैं इसे स्वीकार करता हूं और झूठी तारीफ के लिए आपका धन्यवाद करता हूं।”

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