India News (इंडिया न्यूज)Mahakumbh 2025: महाशिवरात्रि के साथ महाकुंभ का समापन हो रहा है। 45 दिनों तक चलने वाले इस धार्मिक पर्व में रिकॉर्ड 66 करोड़ श्रद्धालुओं ने आस्था की डुबकी लगाई। वहीं, आज दोपहर 2 बजे तक 1.18 करोड़ लोगों ने स्नान किया। श्रद्धालुओं पर हेलीकॉप्टर से पुष्प वर्षा भी की गई। इसके अलावा महाकुंभ 2025 के आखिरी दिन भारतीय वायुसेना ने महाकुंभ मेला क्षेत्र में एयर शो का भी आयोजन किया। महाशिवरात्रि के चलते महाकुंभ मेले के हर घाट पर श्रद्धालुओं की भीड़ देखने को मिली। जिसके चलते मेला क्षेत्र को हाई अलर्ट पर रखा गया।
सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के वही इंतजाम लागू किए गए हैं जो अन्य स्नान पर्वों पर थे। स्नान के स्टेशनों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, जिसके चलते विशेष इंतजाम किए गए। आखिरी स्नान के चलते संगम तट पर फिर श्रद्धालु उमड़ पड़े, सुबह आठ बजे तक मेला क्षेत्र में प्रवेश करने वालों की संख्या अधिक रही। सुबह 10 बजे तक ही 81.08 लाख लोग स्नान कर चुके थे। वहीं, दोपहर तक यह आंकड़ा 1.18 करोड़ को पार कर गया। श्रद्धालुओं ने भी गंगाजल एकत्र कर कपाट खोले।
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दुनिया के सबसे बड़े आयोजन का आखिरी दिन
महाकुंभ का समापन बुधवार 26 फरवरी को होगा। श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए मेला प्रशासन ने नजदीकी घाटों पर ही स्नान करने की अपील की है। प्रशासन ने एक दिन पहले ही घाटों पर पुआल डलवा दिया और सफाई भी करवा दी। महाशिवरात्रि के अगले दिन यानी 27 फरवरी को सुबह 8 बजे तक नो-व्हीकल जोन घोषित कर दिया गया है। वहीं श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए इस प्रतिबंध को आगे भी बढ़ाया जा सकता है। सभी घाटों पर पुलिस के अलावा अर्धसैनिक बलों की तैनाती की गई है।
महाशिवरात्रि के अवसर पर महाकुंभ के आसपास के मंदिरों में भीड़
महाशिवरात्रि पर महाकुंभ में आए श्रद्धालु आसपास के शिव मंदिरों में पूजा-अर्चना करने पहुंचे। दशाश्वमेध, सोमेश्वर महादेव और मनकामेश्वर मंदिर में सुबह 4 बजे से ही शिवभक्तों की कतारें लग गईं। भीड़ को देखते हुए डीएम महाकुंभ नगर विजय किरण आनंद ने अफसरों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि हर मंदिर में कम से कम 2 अफसर मौजूद रहें।
सीएम योगी कल करेंगे औपचारिक समापन
13 जनवरी से शुरू हुए महाकुंभ का औपचारिक समापन 27 फरवरी को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ करेंगे। हालांकि कार्यक्रम के बारे में अभी विस्तृत जानकारी सामने नहीं आई है। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री महाकुंभ के सफल आयोजन के लिए गंगा पूजन कर सकते हैं और अक्षयवट व बड़े हनुमान मंदिर में भी दर्शन कर सकते हैं।