India News (इंडिया न्यूज),Mahakumbh 2025: प्रयागराज में महाकुंभ मेले का आगाज़ हो गया है। इस ऐतिहासिक आयोजन में देश-विदेश से करोड़ों श्रद्धालु गंगा, यमुना और कल्पित सरस्वती के पवित्र संगम पर अपनी आस्था व्यक्त करने पहुंचे हैं। इस वर्ष महाकुंभ में 40 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के शामिल होने का अनुमान है।

20 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियों की व्यवस्था

मेले के पहले शाही स्नान के साथ ही संगम क्षेत्र में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। इस आयोजन को और भव्य बनाने के लिए उद्यान विभाग ने श्रद्धालुओं पर गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा की विशेष योजना बनाई है। 4000 हेक्टेयर में फैले मेला क्षेत्र को गुलाब की खुशबू से महकाने के लिए 20 क्विंटल गुलाब की पंखुड़ियों की व्यवस्था की गई है।

हेलिकॉप्टर राइड का अनोखा अनुभव

महाकुंभ में श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए हेलिकॉप्टर राइड का प्रबंध किया गया है, जो प्रयागराज शहर और महाकुंभ मेले की भव्यता का हवाई दृश्य प्रस्तुत करेगा। इस रोमांचक अनुभव का शुल्क पहले 3,000 रुपये था, जिसे घटाकर मात्र 1,296 रुपये कर दिया गया है। पर्यटक यह टिकट उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग की www.upstdc.co.in  वेबसाइट पर ऑनलाइन बुक कर सकते हैं। यह राइड 7-8 मिनट की होगी और इसे भारत सरकार के उपक्रम पवन हंस द्वारा संचालित किया जाएगा।

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सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और मनोरंजन

मेले में श्रद्धालुओं और पर्यटकों के मनोरंजन के लिए 24 से 26 जनवरी तक ड्रोन शो, वॉटर लेजर शो और अन्य गतिविधियों का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही, देशभर के प्रख्यात कलाकार अपनी प्रस्तुतियां देंगे। 16 जनवरी को गायक शंकर महादेवन गंगा पंडाल में प्रस्तुति देंगे, जबकि मेले के समापन पर 24 फरवरी को मोहित चौहान अपनी प्रस्तुति देंगे।

छह शाही स्नान का विशेष महत्व

महाकुंभ में छह शाही स्नान होंगे, जिनमें पहला शाही स्नान 13 जनवरी को पूर्णिमा के दिन आयोजित हुआ। दूसरा स्नान 14 जनवरी को मकर संक्रांति पर, तीसरा 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर, चौथा 2 फरवरी को बसंत पंचमी पर, पांचवां 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा पर और अंतिम शाही स्नान 26 फरवरी को महाशिवरात्रि के अवसर पर होगा। महाकुंभ का यह आयोजन न केवल आध्यात्मिकता का प्रतीक है, बल्कि यह सांस्कृतिक और पर्यटन के दृष्टिकोण से भी बेहद महत्वपूर्ण है।

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