India News (इंडिया न्यूज), Mahakumbh 2025: महाकुंभ में संत-महात्माओं के साथ साध्वियां भी सुर्खियों में आ गई हैं। इन्हीं प्रसिद्ध साध्वियों में से एक हैं बिल्ली वाली साध्वी। संन्यासियों के महानिर्वाणी अखाड़े से जुड़ी साध्वी राधिका वैष्णव हमेशा मोहिनी नाम की बिल्ली के साथ दिखाई देती हैं। साधना से लेकर कथा सुनाने तक और फुर्सत के समय से लेकर आराम करने तक मोहिनी हर समय उनके साथ रहती है।

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बता दें कि साधना के दौरान फुर्सत के क्षणों में साध्वी राधिका वैष्णव मोहिनी को दुलारती और उसके साथ खेलती नजर आती हैं। मोहिनी के प्रति अपने अटूट प्रेम के कारण साध्वी राधिका वैष्णव महाकुंभ में बिल्ली वाली साध्वी के रूप में प्रसिद्ध हो गई हैं। 2019 के कुंभ में वह एक दर्जन खरगोशों के साथ आई थीं।

देशभर हुई थी मशहूर

साध्वी राधिका वैष्णव मध्य प्रदेश के चित्रकूट धाम की रहने वाली हैं। महाकुंभ में उनका शिविर सेक्टर- 5 में लगा है। साध्वी राधिका वैष्णव अपनी अनूठी शैली में भागवत कथा सुनाने के लिए देशभर में मशहूर हैं। इसके अलावा वे पशु प्रेमी साध्वी के रूप में भी जानी जाती हैं। इस बार महाकुंभ में वो अपने कई साथियों और भक्तों को साथ लेकर आई हैं और संगम की रेती पर कल्पवास कर रही हैं।

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144 साल बाद मिला महाकुंभ में हिस्सा लेने का मौका

कल्पवास में उनके साथ मोहिनी भी लगातार नजर आती हैं। साध्वी राधिका वैष्णव पहले भी अपनी आवाज, अंदाज और खूबसूरती के लिए काफी चर्चा बटौर चुकी हैं, लेकिन इस बार उनके साथ कल्पवास कर रही मोहिनी भी मन मोह लेने वाली हैं। साध्वी राधिका वैष्णव के अनुसार मोहिनी ने अपने पिछले जन्म में कुछ बहुत अच्छे कर्म किए होंगे, जिसके कारण उन्हें 144 साल बाद हो रहे महाकुंभ के अद्भुत संयोग का हिस्सा बनने का मौका मिला है।

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मोहिनी को जीवन का हिस्सा

साध्वी के अनुसार, उनका मोहिनी से कई पिछले जन्मों से नाता है। साध्वी राधिका वैष्णव खरगोशों के बीच रहती हैं, लेकिन संगम की रेती के ठंडे मौसम में उन्हें एलर्जी न हो और उनकी जान को कोई खतरा न हो, इसलिए वे अपने साथ खरगोश नहीं लाई हैं। भक्तों का कहना है कि मोहिनी बहुत प्यारी है। कई भक्त बिल्ली कहे जाने पर नाराजगी भी जताते हैं। मोहिनी की वजह से महानिर्वाणी अखाड़े की साध्‍वी राधिका वैष्‍णव प्रयागराज महाकुंभ में बिल्ली वाली साध्‍वी के नाम से मशहूर हो गई हैं।