India News (इंडिया न्यूज),Maharani Bulletrani News: तमिलनाडु की राजलक्ष्मी, जिन्हें बुलेट रानी के नाम से जाना जाता है, ने प्रयागराज में हो रहे महाकुंभ का संदेश देशभर में पहुंचाने के उद्देश्य से 2,000 किलोमीटर की यात्रा पर निकल पड़ी हैं। अपनी यह यात्रा उन्होंने 9 जनवरी को भदोही से शुरू की थी। यह यात्रा 36 जिलों से होकर गुजरेगी और 22 दिनों में संगम पर समाप्त होगी। रविवार को वह कानपुर पहुंचीं, जहां भाजपा के कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया।
महाकुंभ में आस्था का महत्व बताने का मिशन
राजलक्ष्मी ने कहा कि वह देशवासियों से अपील करती हैं कि महाकुंभ के ऐतिहासिक और पावन पर्व में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर गंगा में स्नान करें और आस्था की डुबकी लगाकर अपने जीवन को पावन बनाएं। वह अपनी यात्रा के दौरान ज्योतिर्लिंगों और संगम के महत्व को लोगों के बीच प्रचारित कर रही हैं।
महिला सशक्तिकरण और रिकॉर्ड से भरा सफर
राजलक्ष्मी का जीवन उपलब्धियों से भरा हुआ है। उन्होंने 2016 में महिला सशक्तिकरण के लिए 9.30 टन वजनी ट्रक को कंधे से खींचा था। इसके अलावा 6 टन वजनी ट्रक को दांतों से और 5 टन को बालों से खींचने का रिकॉर्ड भी उनके नाम है, जो गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है। 2022 में उन्होंने 9 फीट लंबे और 9 टन वजनी शिवलिंग को ट्रक में लेकर 12 ज्योतिर्लिंगों की यात्रा की और भदोही में स्थापित किया।
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सनातन धर्म और संस्कृति को बचाने का आह्वान
राजलक्ष्मी ने सनातन बोर्ड की स्थापना का समर्थन करते हुए कहा कि यह बोर्ड भारतीय संस्कृति, मंदिरों और सनातन धर्म को संरक्षित रखने में मददगार होगा। उनका कहना है कि धर्म और आस्था पर किसी को विरोध का अधिकार नहीं है।
संगम तक की यात्रा
उनकी यात्रा वाराणसी, गाजीपुर, अयोध्या, लखनऊ, मुरादाबाद, दिल्ली, मथुरा, इटावा और चित्रकूट होते हुए 20 जनवरी को प्रयागराज पहुंचेगी। राजलक्ष्मी ने कहा कि आस्था में शक्ति है और महाकुंभ में शामिल होना हर देशवासी का कर्तव्य है।