India News (इंडिया न्यूज)Mahashivratri 2025: देश-दुनिया के जाने-माने उद्योगपति गौतम अडानी ने महाकुंभ के समापन पर देश के साथ अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने महाकुंभ में अपने सेवा कार्यों को ‘तेरा तुझको अर्पण’ की भावना से किया गया कार्य बताया। उन्होंने पूरे देश को महाशिवरात्रि पर्व की शुभकामनाएं देते हुए कहा, “मेरा मानना है कि हर जीव की सेवा करना ईश्वर से मिलने का सबसे अच्छा तरीका है।
महाकुंभ हमें ‘तेरा तुझको अर्पण’ की भावना को साकार करने का अवसर देता है, जहां हम अपनी मातृभूमि से मिली हर चीज को उसे समर्पित कर सकते हैं। हम लाखों भक्तों की सेवा करके खुद को धन्य मानते हैं। वास्तव में, यह सेवा करने वाला नहीं है, बल्कि सेवा प्राप्त करने वाला है जो हमें ईश्वर तक पहुंचने का अवसर देता है। मैं उन भाइयों, बहनों और संतों को नमन करता हूं जिनकी सेवा हमें मिली है।”
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अडानी समूह ने की खास पहल Mahashivratri 2025
इस बार अडानी समूह ने भी महाकुंभ को लेकर अपने कर्मचारियों के लिए खास पहल की। गौतम अडानी इस बारे में लिखते हैं, “इस महाकुंभ के दौरान अडानी परिवार में एक अनूठा प्रयोग किया गया। हमने परिवार के सदस्यों को महाकुंभ में अपनी सेवाएं देने के लिए ऑनलाइन आवेदन करने का विकल्प दिया और कुछ ही घंटों में हजारों सदस्यों ने खुद को इस पवित्र कार्य के लिए समर्पित कर दिया। नतीजतन, अडानी परिवार के 5000 से अधिक सदस्यों को श्रद्धालुओं और कल्पवासियों की सेवा करने का सौभाग्य मिला। कुंभ जैसे महापर्व में सेवा के माध्यम से उन्होंने प्रबंधन, नेतृत्व, संकट से निपटने और टीम वर्क जैसे व्यावहारिक सबक सीखे, जो उन्हें न केवल एक बेहतर प्रबंधक बल्कि एक बेहतर इंसान भी बनाएंगे।”
गौतम अडानी ने बुजुर्ग महिला से मुलाकात को किया याद
अडानी समूह के चेयरमैन गौतम अडानी ने 21 जनवरी 2025 को अपने परिवार के साथ प्रयागराज में महाकुंभ में स्नान और पूजा-अर्चना की। इस दौरान उन्होंने इस्कॉन में महाप्रसाद और गीता प्रेस के पंडाल में आरती संग्रह का वितरण किया। उन्होंने इस अवसर पर एक बुजुर्ग महिला से हुई मुलाकात को भी याद किया। उन्होंने कहा, ‘मुझे आज भी वह भावुक क्षण याद है, जब मैं प्रयागराज में लट्ठे हनुमान मंदिर के पास गीता प्रेस के शिविर में आरती संग्रह वितरित कर रहा था।
तभी करीब 80 साल की एक बुजुर्ग मां भीड़ को चीरती हुई मेरे पास आईं और मेरे सिर पर हाथ रखकर मुझे आशीर्वाद दिया। उस पल मुझे जो अनुभूति हुई, वह शब्दों से परे है। एक गहरा आध्यात्मिक स्पर्श, जिसे मैं जीवन भर संजोकर रखूंगा। मेरे लिए सेवा सिर्फ एक कर्म नहीं, बल्कि अंतरात्मा में गूंजने वाली प्रार्थना है। एक ऐसी प्रार्थना जो मुझे हमेशा विनम्रता और समर्पण की जमीन से जोड़े रखती है।’
आपको बता दें कि प्रयागराज महाकुंभ में अडानी ग्रुप ने इस्कॉन के साथ मिलकर प्रतिदिन 1 लाख लोगों को भोजन कराने और गीता प्रेस गोरखपुर के सहयोग से 1 करोड़ आरती संग्रह वितरित करने का संकल्प लिया था। इसके अलावा अडानी ग्रुप द्वारा वृद्ध महिलाओं और बच्चों के लिए निःशुल्क गोल्फ कार्ट सेवा भी चलाई गई थी।