India News (इंडिया न्यूज), Noida School Bomb Threat: नोएडा के सेक्टर-126 से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। नोएडा पुलिस ने एक स्कूल को बम से उड़ाने की झूठी धमकी देने वाले एक नाबालिग लड़के को हिरासत में लिया है। आरोपी ने ईमेल के जरिए धमकी दी थी कि स्कूलों में बम रखे गए हैं, जिससे स्कूलों में दहशत फैल गई। चार स्कूलों को उड़ाने की धमकी वाला मेल मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की।
मेल में स्टाफ को जान से मारने की धमकी
बता दें कि 4 फरवरी की रात 12:30 बजे हेरिटेज स्कूल, स्टेप बाई स्टेप स्कूल, ज्ञानश्री स्कूल और मयूर स्कूल को बस से उड़ाने की धमकी वाला एक मेल आता है। ईमेल में बच्चों और स्टाफ को जान से मारने की धमकी दी गई थी और कहा गया कि स्कूल परिसर में बम रखे गए हैं। स्कूलों को इस ईमेल के बारे में 5 फरवरी को पता चला और उन्होंने पुलिस को सूचना दी। इस धमकी से स्कूल स्टाफ और अभिभावकों में डर का माहौल बन गया।
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ऐसे हुई आरोपी की पहचान
ईमेल मिलते ही पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए स्कूलों को खाली कराया और छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा। बम निरोधक दस्ते को मौके पर बुलाया गया और गहन जांच के बाद यह साबित हुआ कि प्राप्त सूचना झूठी थी। स्कूलों को सामान्य रूप से खोलने की अनुमति दी गई। इस मामले में पुलिस ने सर्विलांस टीम की मदद से ईमेल ट्रैकिंग के आधार पर आरोपी की पहचान की और उसे दिल्ली के सरिता विहार स्थित उसके ही घर से हिरासत में लिया।
घटना के पीछे निकला 9वीं का छात्र
आपको बता दें कि आरोपी एक निजी स्कूल में कक्षा 9 का छात्र है और उसकी उम्र करीब 15 साल है। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने सोशल मीडिया और समाचारों के माध्यम से सुना था कि नोएडा के विभिन्न स्कूलों में बम की धमकी दी जा रही है। ऐसी घटनाओं को देखकर उसके मन में भी ऐसा करने का विचार आया।
यूट्यूब पर देखी बम की धमकी वाला वीडियो
आरोपी छात्र ने आगे बताया कि यूट्यूब पर बम की धमकी से संबंधित वीडियो देखे थे, जिसमें दिखाया गया था कि इस तरह की झूठी धमकियां भेजकर सुरक्षा एजेंसियों को भ्रमित किया जा सकता है और प्रशासन में भय का माहौल पैदा किया जा सकता है। इन वीडियो ने उसे इस तरह की गतिविधि को अंजाम देने के लिए प्रेरित किया। आरोपी ने अपनी पहचान छिपाने के लिए VPN सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया ताकि उसकी असली लोकेशन और IP एड्रेस पुलिस तक न पहुंचे। इसके बाद उसने बम लगाने की झूठी सूचना भेजी।