India News (इंडिया न्यूज), Sunni Central Waqf Board: वाराणसी के यूपी कॉलेज को 2018 में यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड द्वारा एक नोटिस भेजा गया था, जिसमें दावा किया गया था कि कॉलेज की कुछ संपत्तियां वक्फ संपत्ति हैं। इस मामले पर नोटिस जारी होने के बाद यूपी कॉलेज प्रशासन ने इसे गंभीरता से लिया और वक्फ बोर्ड के नोटिस का जवाब दिया। इसके बाद, कॉलेज प्रशासन ने अपने जवाब में स्पष्ट किया कि यूपी कॉलेज की जमीन इंडाउमेंट ट्रस्ट की है, और इस एक्ट के तहत इस जमीन को किसी को भी बेचा नहीं जा सकता।

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यूपी कॉलेज में स्थित मजार के पास किसी प्रकार का कागजात नहीं होने के कारण कॉलेज को बिजली कनेक्शन भी नहीं मिल पाया था। बताया गया है कि, इस मजार को लेकर पहले भी यूपी में मुस्लिम समुदाय और कॉलेज प्रशासन के बीच काफी तनाव बढ़ चुका है, और छात्रों में भी इस मुद्दे को लेकर विवाद उत्पन्न हो चुका है। इतना ही नहीं, यूपी कॉलेज की कुल जमीन 100 एकड़ से अधिक है, जो कि इस मामले में अहम भूमिका निभा रही है।

CM योगी रहें मुख्य अतिथि

जानकारी के मुताबिक, हाल ही में, यूपी कॉलेज के स्थापना दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मुख्य अतिथि के रूप में कार्यक्रम में भाग लिया था। इस दौरान कॉलेज प्रशासन ने इस विवाद पर स्थिति स्पष्ट करने की कोशिश की। फिलहाल, यह मामला सुर्खियों में बना हुआ है, और दोनों पक्षों के बीच बातचीत और समाधान की प्रक्रिया जारी है। यूपी कॉलेज प्रशासन ने कहा कि किसी भी प्रकार की गलतफहमी को दूर करने के लिए वे पूरी तरह से तैयार हैं।

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