India News (इंडिया न्यूज), Sambhal Violence Update: यूपी का सियासी पारा थमने का नाम नहीं ले रहा है। बता दें, समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर गुरुवार को भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया। ऐसे में, पुलिस का कहना है कि सपा नेताओं और कार्यकर्ताओं के संभल जाने की संभावना के मद्देनजर यह कदम उठाया गया है। संभल में 24 नवंबर को हुई हिंसा के बाद से सपा नेताओं के वहां जाने पर रोक लगा दी गई है।

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कई सपा नेताओं को घरों में किया गया नजरबंद

इस मामले में पुलिस ने सपा प्रदेश अध्यक्ष श्याम लाल पाल को भी हाउस अरेस्ट कर लिया है। जानकारी के मुताबिक, सपा के वरिष्ठ नेता माता प्रसाद पांडे की गाड़ी को भी पुलिस ने रोक दिया। सपा कार्यकर्ताओं और नेताओं में इस कार्रवाई को लेकर नाराजगी बढ़ती जा रही है। इसके बाद सपा की तरफ से कड़े बयान यूपी पुलिस को लेकर सामने आए हैं, जिसमें सपा ने इस कदम को लोकतांत्रिक अधिकारों का हनन बताया और कहा कि पीड़ित परिवारों से मिलना उनका संवैधानिक अधिकार है। इतना ही नहीं, क्रोधित सपा नेताओं ने प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, इस हिंसा के असली कारणों को छुपाने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है।

हर गतिविधियों पर पुलिस की निगरानी

नेताओं को नजरबंद रखने के बाद सपा कार्यालय के बाहर भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। सभी नेताओं की गतिविधियों पर कड़ी नजर रखने से राजनीतिक माहौल गर्म हो गया है। ऐसे में, सपा कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि यदि उन्हें रोका गया, तो वे लोकतांत्रिक तरीके से विरोध करेंगे। गौरतलब है कि सपा ने संभल की घटना को लेकर प्रशासन पर सवाल उठाए हैं और निष्पक्ष जांच की मांग की है। इस मामले में स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है।

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