India News (इंडिया न्यूज), UP News: यूपी की बिजनौर पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। हास्य कलाकार सुनील पाल और फिल्म अभिनेता मुश्ताक खान अपहरण कांड के मुख्य आरोपी लवी पाल के साथ फरार चल रहे गुर्गे आकाश उर्फ गोला को पुलिस ने देर रात मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। उस पर 25 हजार का इनाम है। मुठभेड़ के दौरान जहां आरोपी के पैर में गोली लगी, वहीं उसके द्वारा चलाई गई गोली इंस्पेक्टर अवनीश मान की बुलेट प्रूफ जैकेट में फंस गई, जिससे वह बाल-बाल बच गए। घायल बदमाश को पुलिस ने उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया है।
मुश्ताक खान अपहरण कांड में आकाश उर्फ गोला..
मुठभेड़ के दौरान पुलिस ने उसके पास से एक तमंचा और तीन कारतूस बरामद किए हैं। मुश्ताक खान अपहरण कांड में आकाश उर्फ गोला 20 दिसंबर को फरार हो गया था, जबकि पुलिस ने गिरोह के 4 सदस्यों सार्थक उर्फ रिक्की, अजीम, सबीउद्दीन और शशांक को 14 दिसंबर को गिरफ्तार कर लिया था। उसके बाद 17 दिसंबर को एक अन्य आरोपी शिवा को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। इसके बाद मुख्य आरोपी लवी पाल और उसके खास गुर्गे आकाश, अंकित पहाड़ी और रवि का चचेरा भाई शुभम फरार हो गए थे। तभी से पुलिस इनकी तलाश कर रही थी। देर रात बिजनौर पुलिस को सूचना मिली कि लवी के गिरोह में शामिल आकाश उर्फ गोला बिजनौर मंडावर रोड पर मालन नदी के पुल के नीचे किसी से मिलने आ रहा है। इस सूचना पर पुलिस ने जब उसकी घेराबंदी की तो खुद को घिरा देख आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी।
मुख्य सरगना लवी पाल तक पहुंचने का रास्ता
उसके द्वारा चलाई गई एक गोली मुठभेड़ में शामिल दरोगा अवनीश मान की बुलेट प्रूफ जैकेट में फंस गई। इसके बाद पुलिस ने आत्मरक्षा में फायरिंग की तो एक गोली आरोपी के पैर में लग गई। जिसके बाद आरोपी घायल हो गया। पुलिस ने घायल आरोपी को अपनी हिरासत में लेकर उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया। पुलिस ने उसके पास से 315 बोर का तमंचा और तीन कारतूस के साथ ही फिल्म अभिनेता मुश्ताक खान के खाते से निकाले गए 2 लाख 20 हजार रुपये में से 10200 रुपये बरामद किए हैं। जबकि, 10 लाख रुपये पुलिस पहले ही बरामद कर चुकी थी। एसपी सिटी संजीव बाजपेयी के मुताबिक आकाश शुक्ला मुख्य आरोपी लवी पाल के साथ कई दिनों से फरार चल रहा था और लवी पाल जहां भी छिपा होता था, वह उसके साथ मौजूद रहता था। आकाश बिजनौर के मोहल्ला चाहशीरी का रहने वाला है। उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस के लिए गैंग के मुख्य सरगना लवी पाल तक पहुंचने का रास्ता आसान हो गया है। क्योंकि, उसने फरारी का लंबा समय लवी पाल के साथ ही बिताया था। पुलिस अब उससे लवी पाल के ठिकानों का पता लगाने की कोशिश कर रही है।