महाकुंभ जाने वाल ध्यान दें, भारी जाम से इन रास्तों पर लगा भीषण जाम
Prayagraj Kumbh Mela Traffic Update
India News (इंडिया न्यूज़),Prayagraj Kumbh Mela Traffic Update : उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में महाकुंभ चल रहा है। हजारों की संख्या में श्रद्धालु संगम में स्नान करने आ रहे हैं। आज तड़के तीन बजे से ही स्नान चल रहा है। जिसके चलते प्रयागराज जाने वाली सड़कों पर जाम लग गया है। सड़कों पर वाहन और पैदल चलने वालों को मिनटों की दूरी घंटों में तय करनी पड़ रही है। श्रद्धालु कई किलोमीटर पैदल चल रहे हैं। माघ पूर्णिमा से पहले महाकुंभ में महाजाम की स्थिति देखने को मिल रही है। प्रयागराज में कहां-कहां है जाम श्रद्धालुओं को प्रयागराज पहुंचने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
प्रयागराज में हर जगह से श्रद्धालु आ रहे
जानकारी के लिए बता दें कि प्रयागराज में हर जगह से श्रद्धालु आ रहे हैं। फाफामऊ, झूंसी, नैनी, वाराणसी-प्रयागराज मार्ग यानी जीटी रोड (सुलेम सराय) में कई जगहों पर जाम लगा हुआ है। सड़कों पर वाहनों की रफ्तार थम गई है। वहीं सड़कों पर पैदल चलने वाले यात्री घंटों में घाटों तक पहुंच रहे शहर से लेकर जिले के प्रवेश द्वारों तक वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। मुख्य मार्ग चोक हो गया तो शहर की गलियों में भी जाम लग गया। सीमा से सटे ग्रामीण इलाकों में सुबह से रात तक 10-10 किमी तक एक के पीछे एक वाहन खड़े रहे।
श्रद्धालुओं ने यात्रा की कहानी सुनाई
फैजाबाद से आए पीतांबर शुक्ला सुबह करीब 10 बजे नागवासुकि मार्ग पर मिले। उन्होंने बताया कि शनिवार शाम पांच बजे फैजाबाद से चले थे। पांच घंटे का सफर पूरा करने में 17 घंटे लग गए। यहां भी भीषण जाम है और संगम पहुंचने में अभी कितना समय और लगेगा, यह पता नहीं है। इसी तरह गीता निकेतन सोहबतियाबाग के पास मिले अखिलेश्वर प्रसाद ने बताया कि वह कानपुर से आए हैं। शनिवार दोपहर कानपुर से चले थे। बालसन से गीता निकेतन पहुंचने में एक घंटा लग गया। इसी तरह नोएडा से आए अजय कुमार शनिवार सुबह छह बजे निकले और रविवार को झूंसी स्थित अपने घर पहुंचने में उन्हें सुबह छह बजे लग गए। शहर का आलम यह रहा कि मेले की ओर जाने वाली सभी सड़कें ही नहीं, बल्कि पुराने शहर के सभी इलाकों में राहगीर और नागरिक भीषण जाम से जूझते नजर आए। यह स्थिति सुबह से देर रात तक बनी रही।
एक किमी की दूरी तय करने में लगे दो से तीन घंटे
रविवार को एक किमी की दूरी तय करने में लोगों को दो से तीन घंटे लग गए। 12 घंटे के भीतर भीषण गर्मी के कारण तीन वाहन जल गए। यह घटनाएं लखनऊ मार्ग पर बेला कछार क्षेत्र में अलग-अलग स्थानों पर हुईं। दमकल कर्मियों ने कार सवारों को बाहर निकालने के लिए एक वाहन का शीशा भी तोड़ा। इस दौरान दो लोग बुरी तरह झुलस गए।
जिले की सीमा पर स्थित सभी सात प्रमुख मार्गों पर जाम के कारण श्रद्धालु दिनभर कराहते रहे। किस स्थान पर क्या स्थिति रही। लखनऊ-प्रयागराज हाईवे पर श्रृंगवेरपुर धाम से मलाक हरहर तक 23 किमी का सफर तय करने में चार घंटे से अधिक का समय लगा। इस पर कोखराज हंडिया बाईपास समेत कानपुर से लखनऊ हाईवे पर आने वाले वाहनों की भीड़ नो एंट्री प्वाइंट पर जुटने से स्थिति और गंभीर हो गई। सीमा से सटे ग्रामीण इलाकों में 10-10 किमी लंबा जाम लग गया। इसी तरह प्रयागराज-मिर्जापुर हाईवे पर करछना से भी जाम लग गया।
मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, गुजरात, महाराष्ट्र आदि जगहों से आने वाले वाहनों का डायवर्जन करछना की ओर करने से यह स्थिति हुई। सुबह से रात तक वाराणसी, जौनपुरी, कानपुर, रीवा-बांदा, अयोध्या-प्रतापगढ़ मार्ग पर 10-10 किमी तक वाहन रेंगते रहे। श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ी तो व्यवस्था हांफने लगी। वसंत पंचमी के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हुआ है। उसके चलते यातायात को लेकर किए जा रहे सारे प्रयास नाकाफी साबित हो रहे हैं। इसी तरह बैरहना निवासी संजय सिंह का कहना है कि शहर ही नहीं बल्कि जिले की सीमाओं पर भी वाहनों की लंबी कतार लगी रहती है।