राहुल गांधी को हिंदू धर्म से करें बाहर..,’ शंकराचार्य ने क्यों दिया ऐसा बयान; सामने आई चौंकाने वाली वजह
Maha Kumbh 2025
India News (इंडिया न्यूज़),Maha Kumbh 2025: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज महाकुंभ में रविवार को आयोजित धर्म संसद के दौरान भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया गया। उनके एक बयान को लेकर कहा गया है कि इससे ठेस पहुंची है। शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती के आधिकारिक हैंडल से सोशल मीडिया साइट इंस्टाग्राम पर एक वीडियो पोस्ट किया गया और लिखा गया- राहुल गांधी एक महीने के अंदर परमधर्म संसद के सामने अपना पक्ष रखें। अगर ऐसा नहीं किया गया तो उन्हें हिंदू धर्म से बहिष्कृत घोषित कर दिया जाएगा।
राहुल गांधी ने दिया था ऐसा बयान
जानकारी के मुताबिक धर्म संसद में राहुल गांधी के उस बयान पर चर्चा हुई जिसमें कांग्रेस नेता मनुस्मृति को लेकर अपनी बात रख रहे हैं। राहुल गांधी ने लोकसभा में हाथरस गैंगरेप की घटना का जिक्र करते हुए यह बयान दिया। इस घटना को लेकर उन्होंने कहा कि गैंगरेप करने वाले बाहर घूम रहे हैं और लड़की का परिवार अपने घर में बंद है। लड़की का परिवार बाहर नहीं जा सकता क्योंकि अपराधी उन्हें धमकाते हैं।
पुस्तक मनुस्मृति में लिखा हो सकता है लेकिन.., -राहुल गांधी
राहुल गांधी ने आगे कहा कि “संविधान में कहां लिखा है कि बलात्कारियों को बाहर जाना चाहिए और जिसका बलात्कार हुआ है उसे घर में रहना चाहिए। राहुल गांधी ने कहा कि यह आपकी पुस्तक मनुस्मृति में लिखा हो सकता है लेकिन संविधान में ऐसा नहीं लिखा है।” धर्म संसद में राहुल गांधी के बयान की निंदा धर्म सभा विकास पाटनी ने राहुल गांधी के इस बयान के खिलाफ निंदा प्रस्ताव रखा।
इस पर शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने कहा कि “सोशल मीडिया पर प्रसारित एक वीडियो क्लिप में विपक्षी नेता राहुल गांधी को यह बयान देते हुए दिखाया जा रहा है कि मनुस्मृति बलात्कारियों को संरक्षण देती है। इससे मनुस्मृति को पवित्र ग्रंथ मानने वाले करोड़ों आस्थावानों को बहुत पीड़ा हुई है। उनकी ओर से धर्म सभा विकास पाटनी ने निंदा प्रस्ताव पेश किया है।
परम संसद 1008 राहुल गांधी के इस बयान की कड़ी निंदा करती है। और मांग करती है कि वह अपनी मंशा स्पष्ट करें या माफी मांगें। उन्हें एक महीने के भीतर यह भी बताना चाहिए कि इस आधार पर हिंदू धर्म की निंदा करने के लिए उन्हें हिंदू धर्म से क्यों न निकाल दिया जाए।” शंकराचार्य ने कहा कि अगर राहुल गांधी एक महीने के भीतर अपना पक्ष नहीं रखते हैं तो उन्हें हिंदू धर्म से निष्कासित कर दिया जाएगा।