India News (इंडिया न्यूज), Sambhal News: संभल से सपा सांसद जिया उर रहमान आज एसआईटी के सामने पेश होंगे। बता दें कि बीते साल, नवंबर में उतरप्रदेश के संभल में हुई हिंसा में भीड़ को उकसाने के आरोप है। एसआईटी के समक्ष पेश होने से पहले सांसद ने प्रेस कांन्फ्रेंस की और कहा कि मैं कानून और संविधान में विश्वास रखता हूं। मुझे न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है। आज मेरी तबीयत ठीक नहीं थी, मुझे डॉक्टरों ने आराम करने की सलाह दी है, लेकिन इसके बावजूद मैं वहां जा रहा हूं। ताकि पुलिस प्रशासन को यह न लगे कि मैं जांच में सहयोग नहीं कर रहा हूं। प्रेस कांन्फ्रेंस करने के बाद संभल सांसद कोतवाली पहुंचे।
सपा सांसद जिया उर रहमान ने क्या कहा?
एसआईटी ने जिया उर रहमान को नोटिस जारी कर पूछताछ के लिए बुलाया था। नोटिस जारी होने के बाद 26 मार्च को सांसद ने कहा था कि इस मामले में उनका गलत तरीके से घसीटा जा रहा है। बर्क ने कहा, जब मेरे ऊपर मुकदमा दर्ज हुआ और गलत तरीके से मेरा नाम घसीटा जाने लगा तब मैंने अखिलेश यादव के नेतृत्व में स्पीकर साहब से मुलाकात की थी और अपने साथ हुए अन्याय पर चिंता जताई थी, क्योंकि हमें सुरक्षा का अधिकार है। हमने यह सुनिश्चित करने की कोशिश कि हमें न्याय मिले। जिया उर रहमान ने इस मामले पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि मेरा नाम अनावश्यक रूप से घसीटा जा रहा है। इस मामले की पूरी निष्पक्षता के साथ जांच होनी चाहिए।
न्याय मिलने तक लड़ूंगा: सपा सांसद
बर्क ने कहा कि जबतक उन्हें न्याय नहीं मिलता तबतक उनकी कानूनी लड़ाई जारी रहेगी। 24 नवंबर, 2024 को हुई संभल हिंसा मामले में संभल पुलिस ने भारी पुलिस बल के साथ दीपा सराय स्थित सपा सांसद के आवास पर नोटिस देने पहुंची थी, लेकिन सांसद दिल्ली में थे। संभल के शाही जामा मस्जिद के सदर, जफर अली को विवादित स्थल पर पत्थरबाजी और फायरिंग के मामले में पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया गया था। इस मामले में एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई ने जानकारी दी कि जफर अली की गिरफ्तारी नवंबर 2024 को हुई घटना से जुड़ी हुई है।
जफर अली को विभिन्न धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया है, जिनमें क्रिमिनल कांस्पिरेसी (आपराधिक साजिश) भी शामिल है। गिरफ्तारी के बाद सभी विधिक कार्रवाई सुनिश्चित की गई है और जफर अली को कोर्ट में पेश किया गया है। इसके बाद अब कोर्ट के आदेशों का पालन किया जाएगा।