India News (इंडिया न्यूज), Sambhal Violence: यूपी के संभल में हुई हिंसा से इलाके में तनाव कम होने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसे में, इस मामले में एक और बड़ा अपडेट आया है। भीषण हादसे में मारे गए चार युवकों में से दो की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आई है और रिपोर्ट के मुताबिक, उनकी मौत 315 बोर की गोली लगने से हुई है। इस रिपोर्ट की खबर बाहर आने के बाद कई लोगों की प्रतिक्रिया सामने आ रही हैं। दूसरी तरफ, इस घटना के बाद एक आरोपी के पास से धारदार हथियार भी बरामद हुआ है। साथ ही, प्रशासन पर कई सवाल खड़े किए हैं।

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पुलिस पर लगाए गए ये आरोप

इस दौरान, कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने इस घटना को दुखद बताते हुए कहा कि युवकों पर सीधी गोली चलाई गई, जिससे स्थिति और भी गंभीर हो गई। ,इसके अलावा उन्होंने पुलिस पर दंगा भड़काने का भी आरोप लगाया और प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठाए। चारों तरफ से इस मामले पर बयानबाजी जारी है। बता दें, समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव ने भी अपनी प्रतिक्रिया सामने रखी ही। उन्होंने इस मुद्दे पर कहा कि इस मामले में पहले ही सर्वे किया जा चुका था, फिर डीएम को सुबह 6 बजे कार्रवाई करने की क्या जरूरत थी। आगे उन्होंने जज के फैसले पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि अगर ऐसे फैसले होते रहे तो देश में दंगे-फसाद का खात्मा कभी नहीं होगा।

AIMIM प्रमुख ये कदम…

जानकारी के मुताबिक, AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने इस घटना को लेकर लोकसभा में स्थगन प्रस्ताव नोटिस दिया है। उन्होंने पुलिस गोलीबारी में तीन युवकों की मौत पर गहन जांच की मांग की है। इसके साथ ही प्रियंका गांधी ने भी सरकार पर साधा निशाना साधा है और कहा कि प्रशासन ने बिना उचित प्रक्रिया अपनाए कार्रवाई की है, जो सही कदम नहीं है, साथ ही आरोप लगाया और सुप्रीम कोर्ट से न्यायिक हस्तक्षेप की मांग की। देखा जाए तो, यह घटना राज्य प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।

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