India News (इंडिया न्यूज), Sambhal Violence Update: संभल हिंसा के मामले में नाम सामने आने के बाद समाजवादी पार्टी के सांसद जिया उर रहमान बर्क ने प्रशासन और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। जानकारी के मुताबिक, बर्क ने कहा, “पुलिस ने अपनी लापरवाही और सच्चाई छिपाने के लिए मेरा नाम रिपोर्ट में दर्ज किया है। यह एक साजिश है, क्योंकि मैं हिंसा के समय राज्य में मौजूद ही नहीं था।” उन्होंने आगे कहा कि वह हमेशा अपने लोगों के अधिकार और न्याय के लिए आवाज उठाते रहेंगे।

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मुरादाबाद के SP ने दी ये जानकारी

बर्क ने पुलिस पर अपनी विफलता छिपाने और असली दोषियों को बचाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि कानूनी लड़ाई पूरी ताकत से लड़ी जाएगी। वहीं दूसरी तरफ, मुरादाबाद के संभागीय आयुक्त अंजनेय कुमार सिंह ने पुष्टि की कि हिंसा में सपा सांसद और एक स्थानीय विधायक के बेटे का नाम सामने आया है। इस हिंसा के दौरान 24 नवंबर को मुगलकालीन मस्जिद के सर्वेक्षण को लेकर तनाव बढ़ा। ऐसे में, पुलिस का आरोप है कि सांसद बर्क और विधायक के बेटे सोहेल इकबाल ने भीड़ को हिंसा के लिए उकसाया। घटनास्थल पर अब भी सुरक्षाबल तैनात हैं, और प्रशासन मामले की जांच कर रहा है।

चंद्रशेखर आजाद ने भी दी प्रतिक्रिया

हालांकि, बर्क ने इन आरोपों से इनकार किया है। आजाद समाज पार्टी के प्रमुख चंद्रशेखर आजाद ने भी इस घटना की सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में निष्पक्ष जांच होनी चाहिए। बता दें, सपा सांसद डिंपल यादव ने भी सरकार और भाजपा पर सवाल उठाते हुए कहा कि चुनाव परिणामों के तुरंत बाद हुई हिंसा सरकार की नीति और नीयत पर सवाल खड़ा करती है। कांग्रेस नेता इमरान मसूद ने कहा कि प्रियंका गांधी जल्द ही हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा करेंगी। वहीं इसके अलावा, कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने यूपी पुलिस पर भाजपा का पक्षधर होने का आरोप लगाया।

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