India News(इंडिया न्यूज़),Shahzadi in Dubai jail: दुबई की एक अदालत ने उत्तर प्रदेश के बांदा जिले की रहने वाली शहजादी को एक बच्चे की मौत के जुर्म में फांसी की सजा सुनाई है। शहजादी ने फोन कर पूरी बात अपने परिजनों को बताई, जिसके बाद से उसके माता-पिता के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। माता-पिता अब देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री एस जयशंकर से गुहार लगा रहे हैं कि वे इस मामले में हस्तक्षेप करें और भारत की बेटी की जान बचाएं।

अब्बा ये मेरी आखिरी कॉल- शहजादी

दुबई की जेल में बंद शहजादी ने फोन पर अपने पिता से कहा, अब्बा ये मेरी आखिरी कॉल है। मुझे अब दूसरे कमरे में शिफ्ट कर दिया गया है। हो सकता है मैं आपको दोबारा कॉल न कर पाऊं। शहजादी के कॉल के बाद बुजुर्ग माता-पिता फूट-फूट कर रो रहे हैं। उन्होंने शहजादी से हुई बातचीत का ऑडियो भी शेयर किया है। बता दें कि बांदा के मटौंध थाना क्षेत्र के गोयरा मुगली गांव की रहने वाली शहजादी को फेसबुक के जरिए आगरा के रहने वाले उजैर नाम के युवक ने प्रेम जाल में फंसाया था। इसके बाद 2021 में उसे चेहरे की प्लास्टिक सर्जरी कराने की बात कहकर दुबई उसके रिश्तेदारों के पास भेज दिया गया।

दो महीने पहले लगा था आरोप

शहजादी जिस घर में रह रही थी, वहां एक दिन उसका बच्चा अचानक बीमार पड़ गया और उसकी मौत हो गई। करीब दो महीने बाद मृतक बच्चे के माता-पिता ने अपने बच्चे की मौत के लिए शहजादी को जिम्मेदार ठहराया और उस पर हत्या का आरोप लगाया। जांच के बाद दुबई की अदालत ने युवती शहजादी को फांसी की सजा सुनाई। जिसके बाद शहजादी अब अल बटवा जेल में कैद है। यहां उसके बुजुर्ग माता-पिता अपनी बेटी की जान बचाने की गुहार लगा रहे हैं। पिछले दिन ही शहजादी के फोन ने उनकी नींद उड़ा दी है।
शहजादी के पिता सब्बीर ने बताया कि शनिवार देर रात करीब 12 बजे शहजादी का फोन आया। उसने बताया कि अब्बू यह मेरा आखिरी वक्त है। मुझे अलग कमरे में रखा गया है। वहां कैद लोगों ने कहा कि शहजादी घर पर फोन कर ले, नहीं तो ये लोग हमें भविष्य में ऐसा नहीं करने देंगे।

भारत सरकार से मदद की गुहार

पिता ने कहा, “मैं भारत सरकार से मेरी बेटी को बचाने की गुहार लगाता हूं। उसके फोन के बाद हमें कोई जानकारी नहीं है। शहजादी को आज शाम या सुबह तक फांसी पर लटका दिया गया होगा। मैंने उससे करीब 10 मिनट बात की। यह पहली बार है जब उसने इतनी बात की है। वरना हम कभी 7 मिनट से ज्यादा बात नहीं करते थे। पहले हम बात करते थे। मामला शांत हो गया था। अचानक उसे फांसी की सजा सुनाई जा रही है। मेरी बेटी निर्दोष है। उसे जबरन फंसाया जा रहा है। वह पिछले दो साल से दुबई की जेल में है। मैं राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, विदेश मंत्रालय के पास जाकर उनसे अपनी बेटी को बचाने की गुहार लगा चुका हूं। हमारी बेटी शहजादी जिन लोगों के साथ रहती थी उनका नाम नाजिया और फैज है।