जिस रस्सी से लगाया फंदा, एक दिन पहले ही मंगाई थी
इंडिया न्यूज, प्रयागराज:
बाघंबरी मठ में सोमवार शाम को अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष Mahant Narendra Giri का शव पंखे से लटका पाया गया। हर कोई यह सोच रहा है कि महंत ने अपना जीवन खत्म करने के लिए आत्महत्या का रास्ता क्यों चुना। उधर जांच के दौरान एक चौकाने वाला खुलासा हुआ है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार पता चला है कि जिस रस्सी से बने फंदे पर अखाड़ा परिषद अध्यक्ष का शव लटकता मिला, उसे एक दिन पहले ही उन्होंने अपने सेवकों से मंगाया था। जब सेवकों ने महंत जी से रस्सी लाने का कारण पूछा तो उन्होंने बताया कि बारिश के दौरान कपड़े सुखाने में परेशानी होती है इसलिए रस्सी के प्रयोग से कपड़े सुखाने में आसानी होगी।

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फॉरेंसिक टीम ने कब्जे में ली रस्सी

आत्महत्या की सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंची पुलिस की  फॉरेंसिक टीम ने रस्सी को भी कब्जे में ले लिया है। यह भी बताया कि पास की ही दुकान से यह रस्सी खरीदी गई थी। उधर, आईजी केपी सिंह का कहना है कि ऐसे मामलों में एक महत्वपूर्ण बात यह भी है कि पहला प्रयास होता है कि शायद अस्पताल ले जाने पर संबंधित व्यक्ति को बचाया जा सके। यही वजह थी कि शिष्यों ने शव को फंदे से नीच उतारा। फिर भी फॉरेंसिक टीम नमूने एकत्र किए हैं। मामले क जांच पूरी गंभीरता से की जा रही है। जिस रस्सी से महंत जी लटके मिले थे उसे भी कब्जे में ले लिया गया है।