India News (इंडिया न्यूज), UP Politics News : यूपी की राजनीति में आने वाले समय में बढ़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। कांग्रेस सांसद इमरान मसूद की तरफ से बहुजन समाज पार्टी (BSP) के साथ गठबंधन करने वाले बयान के बाद से नए-नए कयास लगाए जा रहे हैं। कांग्रेस और सपा के साथ बसपा के नेता भी इमरान मसूद के बयान के सियासी निहितार्थ तलाशने में जुट गए हैं। जानकारों के मुताबिक हालांकि बसपा कांग्रेस का हाथ आसानी से नहीं थामेगी।

वैसे तो सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने बयानों में ऐसा कहते हैं कि उनका कांग्रेस के साथ सब ठीक चल रहा है। लेकिन वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस सांसद का दूसरी पार्टी के साथ गठबंधन करने की बात समझ में नहीं आ रही।

बसपा-कांग्रेस में होगा गठबंधन!

कांग्रेस और सपा के नेताओं के बीच अक्सर बयानबाजी से गठबंधन समाप्त होने की अटकलें लगती रहती हैं. लोकसभा चुनाव के बाद एक दूसरे के खिलाफ बयानबाजी में इजाफा भी हुआ है. लोकसभा चुनाव में 6 सीटें जीतने के बाद कांग्रेस प्रदेश में अपने पैर मजबूती से जमाने की कवायद में जुटी है, जिसके लिए सपा से ज्यादा बसपा फायदेमंद लग रही है। वहीं कुछ खबरों के मुताबिक सपा कांग्रेस को विधानसभा चुनाव में 35 सीटों से ज्यादा नहीं दिया जाएगा।

वैसे तो राजनीति में कुछ भी हो सकता है। राजनीति हमेशा से संभावनाओं का खेल होती है. ऐसे में जिस तरह से इमरान मसूद लगातार समाजवादी पार्टी पर हमलावर है उससे साफ तौर से नजर आ रहा है कि उससे लगता है कि आने वाले दिनों में कांग्रेस सपा को छोड़ बसपा का हाथ थाम सकती है।

सीट को लेकर कांग्रेस और सपा में टकराव

इन तमाम अटकलों के बीच कांग्रेस प्रवक्ता अंशु अवस्थी कहते हैं, हम सबका एक ही सामूहिक उद्देश्य है 2027 में उत्तर प्रदेश में भाजपा को सत्ता से बाहर करना, जनता ने 2027 में अखिल भारतीय गठबंधन को जिताने का मन बना लिया है। कांग्रेस और समाजवादी पार्टी का राष्ट्रीय नेतृत्व सीट बंटवारे को लेकर बात करेगा।

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