India News (इंडिया न्यूज), Sambhal Violence Update: संभल मस्जिद विवाद के बीच, एक और प्रतिक्रिया पूर्व कैबिनेट मंत्री और राष्ट्रीय शोषित समाज पार्टी के अध्यक्ष स्वामी प्रसाद मौर्य की तरफ से आई है। उनके इस बयान को ने एक विवादित बयान दिया है। जानकारी के मुताबिक, मौर्य ने कहा कि अगर किसी मस्जिद का निर्माण मंदिर तोड़कर किया गया है, तो वही स्थिति बहुसंख्यक मंदिरों की भी है, क्योंकि कई बड़े हिंदू मंदिर पहले बौद्ध मठ थे। आगे उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि केदारनाथ, बद्रीनाथ, जगन्नाथ पुरी, और रामेश्वरम जैसे प्रमुख हिंदू मंदिर पहले बौद्ध मठों के रूप में मौजूद थे, जिन्हें बाद में मंदिरों में बदल दिया गया।

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BJP पर साधा निशाना

भारत समाचार से बातचीत में मौर्य ने कहा, “अगर हम इतिहास की ओर देखेंगे, तो पाएंगे कि कई मंदिर पहले बौद्ध मठों को तोड़कर बने थे। केदारनाथ, बद्रीनाथ जैसे मंदिर पहले बौद्ध मठ थे, जिन्हें बाद में मंदिरों के रूप में बनाया गया।” मौर्य ने यह भी कहा कि यदि हम इस तरह से हर मस्जिद में मंदिर ढूंढ़ने का सिलसिला शुरू करेंगे, तो हर मंदिर में भी बौद्ध मठों के निशान मिल सकते हैं। दूसरी तरफ, बीजेपी पर निशाना साधते हुए मौर्य ने कहा कि आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने भी इस तरह के विवादों को खत्म करने की अपील की थी, लेकिन भाजपा जानबूझकर हिंदू-मुस्लिम सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश कर रही है।

लगाए ये आरोप…

इस बयान के बाद मौर्य का आरोप था कि भाजपा मंदिर-मस्जिद के मुद्दे को उठाकर समाज में दंगे और फसाद फैलाने का काम कर रही है, ताकि ज्वलंत मुद्दों पर ध्यान न दिया जाए। देखा गया कि, स्वामी प्रसाद मौर्य इससे पहले भी अपने बयानों के कारण विवादों में रहे हैं। उन्होंने हिंदू धर्म और रामचरित मानस पर भी विवादित टिप्पणियां की थीं, जिसके कारण उन्हें आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।

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