India News (इंडिया न्यूज), UP News: शहर में सीवर लाइन डालने का दावा पूरा होने के बावजूद सड़कों की हालत दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। प्रमुख मार्गों से लेकर गलियों तक की सड़कों पर खोदाई का काम अभी भी जारी है। रविवार भोर में हुई हल्की बारिश ने इन सड़कों को कीचड़ में तब्दील कर दिया, जिससे शहरवासियों का हाल बेहाल हो गया।
लंबा इंतजार,लेकिन राहत नहीं
जल निगम ने 2021 में राज्य सेक्टर परियोजना के तहत सीवर लाइन बिछाने का काम शुरू किया था, जिसे जून 2023 तक पूरा होना था। कई बार डेडलाइन बढ़ने के बाद 31 दिसंबर 2024 को इसे पूरा होने का दावा किया गया। लेकिन, असल में हालात यह हैं कि अभी भी शहर के कटिया टोला, सदर बाजार, बिस्मिल पार्क और खिरनीबाग जैसे इलाकों में सड़कों की खुदाई हो रही है।
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बारिश बनी आफत
शनिवार रात हुई बारिश ने खोदी हुई सड़कों को दलदल में बदल दिया। पंखी चौराहा, गोविंदगंज ओवरब्रिज और अन्य सड़कों पर कीचड़ और गड्ढों ने राहगीरों और वाहन चालकों की मुसीबतें बढ़ा दीं। शहरवासी सवाल उठा रहे हैं कि 248 करोड़ रुपये के भारी-भरकम बजट के बावजूद उन्हें राहत क्यों नहीं मिल रही। एक्सईएन कपिल एम. सिंह का कहना है कि सीवर लाइन का काम लगभग पूरा हो चुका है और अब सिर्फ कनेक्शन देने का कार्य बाकी है। उन्होंने आश्वासन दिया कि जहां-जहां सड़कें खोदी गई हैं, वहां मरम्मत का काम जल्द किया जाएगा।
शहरवासी हो रहे परेशान
शहरवासियों का कहना है कि काम की धीमी रफ्तार और अव्यवस्थित तरीके से हो रही खुदाई उनके लिए परेशानी का सबब बन चुकी है। हर बारिश में सड़कों पर पानी, कीचड़ और गड्ढों का सामना करना उनकी रोजमर्रा की जिंदगी को मुश्किल बना रहा है। क्या 248 करोड़ रुपये का यह प्रोजेक्ट शहरवासियों को राहत दे पाएगा, या फिर यह केवल खोदी गई सड़कों और कीचड़ में ही दबकर रह जाएगा?
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