India News(इंडिया न्यूज)UP Government profit in Mahakumbh: प्रयागराज में संगम तट पर महाकुंभ का भव्य आयोजन हुआ, जिसमें योगी सरकार ने 7,500 करोड़ रुपये से ज्यादा खर्च किए। अब इस खर्चे पर सवाल उठ रहे हैं कि सरकार को इससे कितनी कमाई हुई? इसी मुद्दे पर श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने बड़ा दावा किया है। आजमगढ़ पहुंचे राजभर ने कहा कि महाकुंभ के जरिए सरकार को साढ़े तीन लाख करोड़ रुपये का फायदा हुआ है और 60 लाख लोगों को रोजगार मिला है।
विपक्ष पर साधा निशाना
अनिल राजभर ने विपक्ष पर हमला बोलते हुए कहा कि “सनातन का वैभव विपक्ष को पच नहीं रहा।” उन्होंने कहा कि भारत की आध्यात्मिक शक्ति पूरी दुनिया में स्वीकार की जा रही है, लेकिन विपक्ष को यह अच्छा नहीं लग रहा। उन्होंने विपक्षी नेताओं पर तंज कसते हुए कहा, “कुछ लोग चुनावी हिंदू हैं, जो चुनाव के समय ही सनातन की बात करते हैं। ऐसे लोग महाकुंभ तक नहीं पहुंचे, और जो गए भी, उन्होंने अंधेरे में डुबकी लगाई!”
शर्मनाक! 11 साल की नाबलिग से मौसा ने किया रेप
‘सनातन विरोधी’ हैं काशी-अयोध्या पर सवाल उठाने वाले
मंत्री ने उन लोगों को भी आड़े हाथों लिया जो काशी, अयोध्या और कुंभ में खर्च को बेवजह बताते हैं। उन्होंने कहा कि “जो लोग सनातन की भावना और भारत की परंपरा का सम्मान नहीं करते, वे ही कुंभ पर सवाल उठा रहे हैं। लेकिन सरकार सनातन की समृद्धि के लिए हमेशा काम करती रहेगी, चाहे कोई कुछ भी कहे।”
PDA फॉर्मूला हुआ फेल
अनिल राजभर ने विपक्ष के पीडीए (पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक) गठजोड़ पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा कि “सनातन के बढ़ते प्रभाव के कारण विपक्ष का पीडीए का फॉर्मूला दम तोड़ रहा है।” उन्होंने कहा कि 2012 से 2017 के बीच सदन की तस्वीर देखिए और आज की तस्वीर देखिए, इससे साफ हो जाएगा कि कौन आगे बैठता था और कौन पीछे।” मंत्री के इस बयान के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। विपक्षी दलों ने इस दावे को अतिशयोक्ति बताया है, जबकि भाजपा इसे ‘सनातन की ताकत’ बता रही है।