India News (इंडिया न्यूज), Brij Bhushan Sharan Singh: उत्तर प्रदेश में होली और जुमे की नमाज को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच भारतीय कुश्ती महासंघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष और भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह की प्रतिक्रिया से एक बार फिर से हलचल मच गई है। उन्होंने संभल के सीओ अनुज चौधरी के बयान और होली के मौके पर मस्जिदों को तिरपाल से ढकने के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पूरा विवाद मुंबई में औरंगजेब वाले बयान से शुरू हुआ, लेकिन संभल के सीओ के बयान का गलत मतलब निकाला गया।

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बृजभूषण शरण सिंह ने आगे कहा कि होली को लेकर इस समय जो कटुता पैदा हुई है, उससे पहले मुंबई से औरंगजेब को लेकर एक बयान आया था। बाद में कई लोगों ने बयान दिए, लेकिन सीओ अनुज चौधरी के बयान को गंभीरता से लिया गया और उसे तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया। उन्होंने सिर्फ इतना कहा है कि जिसे रंग से दिक्कत है वह रास्ता बदल ले या फिर वहां न आए। इसमें ऐसा कुछ नहीं कहा गया है।

हिंदू भगवान पर सबसे ज्यादा बयान

उन्होंने आगे कहा कि इसी तरह मीडिया ने मेरे एक बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया। मैंने संसद में भी कहा है और कैमरे पर भी कह रहा हूं कि अगर कोई भी व्यक्ति, चाहे वह कितना भी बड़ा क्यों न हो, किसी भी समाज या किसी भी धर्म के खिलाफ बोलता है तो सबसे ज्यादा गाली हिंदू देवी-देवताओं को दी जाती है। अगर किसी की धार्मिक भावनाएं आहत होती हैं और उसके बयान से समाज में नफरत फैलाने या सौहार्द बिगाड़ने का काम होता है तो सरकार को सबसे पहले उसका पूरा करियर खत्म कर देना चाहिए ताकि उसे सरकारी संरक्षण न मिले। कई लोग सरकारी संरक्षण के लिए ही ऐसे बयान देते हैं।

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पूर्व सांसद ने आगे कहा कि मुझे उम्मीद है कि प्रशासन भी पूरी तरह से सतर्क है, पूरे समाज के लोगों के साथ बैठक हुई है, सरकार भी सतर्क समाज चाहती है। एक नेता ने औरंगजेब का महिमामंडन किया था। मुद्दा उठ चुका है, इस पर ज्यादा बात करने की जरूरत नहीं है, अब सरकार व्यवस्था कर रही है। चाहे मुस्लिम समुदाय हो या हिंदू समुदाय, सभी चाहते हैं कि त्योहार शांतिपूर्वक मनाया जाए।