India News (इंडिया न्यूज़), UP News: उत्तर प्रदेश के बाराबंकी से चौका देने वाला मामला सामने आया है। यहां यूपी के कई जिलों से तकरीबन 300 लोगों को बहला फुसला कर सेंट मैथ्यू चर्च में धर्म परिवर्तन कराया जा रहा था। मामले की जानकारी हिंदू संगठन ने दी। जिसके बाद पुलिस के एक्शन से चर्च में खलबली मच गई।

पुलिस ने बताया कि, राज्य के धर्मांतरण विरोधी कानून के तहत मामला दर्ज किया गया है। लोगों को आर्थिक फायदे के साथ रोगों से छुटकारा दिलाने के नाम पर चर्च में पूजा कराई जा रही थी।

10 आरोपी गिरफ्तार

पुलिस के अनुसार, उन्होंने सोमवार को बाराबंकी के देवा इलाके में सेंट मैथ्यूज मेथोडिस्ट चर्च में सामूहिक धर्मांतरण की कोशिश को नाकाम कर दिया। इसमें 10 आरोपियों को मौके से गिरफ्तार किया गया है। बाराबंकी (शहर) के सर्कल अधिकारी बीनू सिंह ने कहा, सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट विजय कुमार त्रिवेदी के साथ एक पुलिस टीम ने चर्च के कॉन्फ्रेंस हॉल पर छापा मारा और पाया कि लगभग 300 लोग, जिनमें ज्यादातर अनुसूचित जाति समुदाय के थे, पुजारी के बुलावे पर इकट्ठा हुए थे। सिंह ने कहा, “इन लोगों को धार्मिक गतिविधि के माध्यम से उनकी बीमारी के इलाज के बहाने अयोध्या से लाया गया था और नौकरी का लालच दिया गया था।

चर्च  में पूजा करा कर रहा था धर्म परिवर्तित

जानकारी के अनुसार पादरी दूसरों की मदद से चर्च में पूजा करवाकर ईसाई धर्म में परिवर्तित करने की कोशिश कर रहा था। अधिकारी ने कहा, ज्यादातर लोग अनपढ़ थे और सभा के पीछे के इरादे को समझ नहीं पाए। उन्होंने कहा, “पादरी धार्मिक गतिविधियों के माध्यम से उनका इलाज करने के झूठे दावे करके उनका धर्म परिवर्तन कराने की कोशिश कर रहा था।”

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