India News (इंडिया न्यूज),UP News: झांसी और कानपुर में लाउडस्पीकर के शोर पर अब कानून ने शिकंजा कस दिया है। न्यायालय के आदेश और मानकों का पालन करते हुए पुलिस ने कई मस्जिदों और अन्य धार्मिक स्थलों से निर्धारित सीमा से अधिक आवाज वाले लाउडस्पीकर उतरवा दिए हैं।
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झांसी में 12 मस्जिदों पर कार्रवाई
झांसी के कोतवाली और नवाबाद थाना क्षेत्रों में पुलिस ने एसएसपी के निर्देश पर कार्रवाई करते हुए कुरैश नगर स्थित मदीना मस्जिद समेत 12 से अधिक धार्मिक स्थलों से तेज आवाज वाले लाउडस्पीकर उतरवा दिए। कार्रवाई से पहले पुलिस टीम ने धार्मिक स्थलों का निरीक्षण किया और जहां आवाज 75 डेसिबल से अधिक पाई गई, वहां धर्मगुरुओं से सहमति लेकर लाउडस्पीकर उतरवा दिए गए।
सीओ सिटी स्नेहा तिवारी ने बताया कि न्यायालय के आदेशों का पूर्ण अनुपालन करते हुए यह कार्रवाई की गई है। उन्होंने कहा कि यह अभियान भविष्य में भी जारी रहेगा और शहर में ध्वनि प्रदूषण को कंट्रोल करने के लिए लगातार कार्रवाई होती रहेगी।
कानपुर में भी मस्जिदों से उतारे लाउडस्पीकर
इधर, कानपुर में भी पुलिस ने मसवानपुर, रावतपुर, बिठूर, पनकी और अरोल इलाके की मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटा दिए हैं। यहां भी 75 डेसिबल से अधिक ध्वनि वाले साउंड सिस्टम हटाने की कार्रवाई की गई।
लाउडस्पीकर हटाने की कार्रवाई पर मिलीजुली प्रतिक्रिया
इस बीच, मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने पुलिस की इस कार्रवाई का समर्थन किया, तो कुछ ने नाराजगी भी जताई। वहीं, हिंदू समुदाय के कुछ लोगों ने सवाल उठाते हुए कहा कि रामनवमी के दौरान पुलिस ने धार्मिक यात्राओं पर रोक लगा दी थी और अब मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाकर केवल दिखावा किया जा रहा है।
धार्मिक स्थलों से लाउड साउंड सिस्टम हटाने की यह कार्रवाई भले ही कोर्ट के आदेश पर हो, लेकिन इस पर राजनीति और प्रतिक्रियाएं बढ़ती जा रही हैं। अब देखना यह है कि आने वाले दिनों में यह अभियान कितना कारगर और संतुलित साबित होता है।