India News (इंडिया न्यूज़),UP News:  महाकुंभ 2025 के दौरान काशी में 10 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के आने की संभावना है। इसमें बड़ी संख्या में शिव भक्त काशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन करने पहुंचेंगे। ऐसे में श्रद्धालुओं के सुचारू दर्शन को ध्यान में रखते हुए श्री काशी विश्वनाथ मंदिर ट्रस्ट की ओर से कुछ जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। जो स्पर्श दर्शन, बाबा की मुख्य आरती, गर्भगृह के चारों द्वारों से दर्शन की व्यवस्था या विशेष दर्शन आग्रह से संबंधित हैं।

मिली जानकारी के अनुसार

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र से मिली जानकारी के अनुसार- महाकुंभ के दौरान काशी विश्वनाथ मंदिर में आने वाले हर श्रद्धालु के सुचारू दर्शन के लिए मंदिर प्रशासन पूरी तरह तैयार है। इसे ध्यान में रखते हुए कुछ अहम फैसले लिए गए हैं> काशी विश्वनाथ मंदिर में 12 जनवरी से 28 फरवरी 2025 तक स्पर्श दर्शन पर पूरी तरह प्रतिबंध रहेगा। श्री काशी विश्वनाथ धाम में सिर्फ मंगला आरती के लिए टिकट

भीड़भाड़ से बचने के लिए यह निर्णय लिया गया

महाकुंभ आयोजन के दौरान बड़ी संख्या में श्रद्धालु मंदिर परिसर में पहुंचेंगे, इसलिए गर्भगृह में भीड़भाड़ से बचने के लिए यह निर्णय लिया गया है। इसके अलावा बाबा काशी विश्वनाथ की विशेष आरती को लेकर कहा गया कि महाकुंभ के दौरान श्री काशी विश्वनाथ धाम में सिर्फ मंगला आरती के लिए ही टिकट मिलेंगे। मंगला आरती के अलावा अन्य किसी भी चार विशेष आरती के लिए टिकट नहीं मिलेंगे।

मंदिर प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार

मंगला आरती के अलावा चारों विशेष आरतियों के दौरान मंदिर में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए गर्भगृह के चारों द्वारों से दिव्य दर्शन की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा विशेष अनुरोध पर मंदिर में दर्शन की व्यवस्था में बदलाव करने का निर्णय लिया गया है।

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विशेष अनुरोध पर दर्शन की व्यवस्था तय नहीं की जाएगी

मंगला आरती समाप्त होने से दोपहर 2:00 बजे तक किसी भी प्रकार के विशेष अनुरोध पर दर्शन की व्यवस्था तय नहीं की जाएगी। दोपहर 2:00 बजे से शाम 4:00 बजे तक केवल विशेष अनुरोध पर ही दर्शन संभव होंगे।

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