India News Delhi (इंडिया न्यूज़), UP News: उत्तर प्रदेश की मिल्कीपुर विधानसभा सीट के उपचुनाव के नतीजे बीजेपी और एनडीए के लिए राहत भरे रहे। इस सीट पर बीजेपी प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान 61 हजार से ज्यादा वोटों के अंतर से चुनाव जीत गए। उनकी जीत के साथ ही विधानसभा में बीजेपी का एक और सदस्य बढ़ गया।  हालांकि अब देखा जाए तो 2022 के विधानसभा चुनाव के नतीजों के बाद स्थिति काफी बदल गई है।  2022 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने 255 सीटों पर जीत दर्ज की थी। लेकिन पिछले साल हुए उपचुनाव में 7 सीटें जीतने और अब मिल्कीपुर उपचुनाव में जीत के बाद विधानसभा में बीजेपी के कुल विधायकों की संख्या 258 हो गई है।

पिछले विधानसभा चुनाव में सपा ने 111 सीटें जीती थीं

वहीं, पिछले विधानसभा चुनाव में सपा ने 111 सीटें जीती थीं।  जबकि उपचुनाव में हार के बाद अब विधानसभा में सपा विधायकों की संख्या घटकर 107 हो गई है। बीजेपी के सहयोगी दलों की बात करें तो विधानसभा चुनाव में अपना दल एस ने 12 सीटें जीती थीं। लेकिन अब उसके विधायकों की संख्या घटकर 13 रह गई है। विधानसभा चुनाव के बाद पार्टी ने स्वार उपचुनाव जीता था। सुभासपा के विधायकों की संख्या 6 है और विधानसभा चुनाव में सुभासपा ने सिर्फ 6 सीटें जीती थीं। हालांकि तब पार्टी ने सपा के साथ गठबंधन कर चुनाव लड़ा था।

इन पार्टियों की स्थिति में कोई बदलाव नहीं

विधानसभा में बसपा और कांग्रेस की स्थिति में कोई बदलाव नहीं आया है। बसपा के पास पहले एक विधायक था और अब भी स्थिति वही है। जबकि कांग्रेस ने भी दो सीटें जीती थीं और पार्टी के पास अभी भी सिर्फ दो सीटें हैं। राजा भैया की पार्टी जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के भी दो विधायक थे और अब भी उसके पास सिर्फ दो विधायक हैं। हालांकि पहले सपा की सहयोगी और अब भाजपा की सहयोगी रही रालोद की स्थिति बदल गई है।
विधानसभा चुनाव में रालोद ने 8 सीटें जीती थीं। लेकिन उसके बाद पार्टी ने खतौली उपचुनाव जीत लिया। इसके चलते अब विधानसभा में आरएलडी के विधायकों की संख्या घटकर 9 रह गई है। हालांकि, आरएलडी ने सपा के साथ गठबंधन में चुनाव लड़ा था और अब वह बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए गठबंधन का हिस्सा है। अब यूपी विधानसभा में एनडीए विधायकों की संख्या 291 हो गई है।