India News (इंडिया न्यूज),UP News: सूत्रों के मुताबिक , भर्ती परीक्षा में साल्वर भेजने का काम बिहार और यूपी के वाराणसी के कोचिंग सेंटरों से हो रहा है। कोचिंग सेंटरों में पढ़ने वाले पूर्व होनहार छात्रों को रूपए का लालच देकर गैंग के सरगना सॉल्वर के रूप में परीक्षा में बैठा रहे हैं।

पुलिस के पूछताछ में किया खुलासा

उत्तर प्रदेश के कानपुर में 32वीं वाहिनी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) की ट्रेड्स मैन भर्ती परीक्षा में अभ्यर्थियों की जगह वाराणसी के कुछ साल्वरों ने परीक्षा दी थी। जिसका खुलासा उन चार अभ्यर्थियो ने पुलिस के पूछताछ में किया है, जिनको गुरुवार को महाराजपुर स्थित 32वीं वाहिनी आईटीबीपी मुख्यालय पर चल रही भर्ती प्रक्रिया के दौरान बॉयोमीट्रिक मिलान न होने पर पकड़ा गया था। जबकि चारों अभ्यर्थी सॉल्वरों के नाम नहीं बता सके हैं।

निजी मुचलके पर गई जमानत

पुलिस ने इतने गंभीर अपराध में कमजोर तहरीर के चलते चारों को थाने से निजी मुचलके पर छोड़ दिया है। अक्तूबर में लखनऊ के बिजनौर स्थित आईटीबीपी (ITBP)के पास स्थित केंद्र पर ट्रेड्स मैन व कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा का आयोजन किया गया था। इसमें फिरोजाबाद के तीन अभ्यर्थियों और एटा के एक अभ्यर्थी के स्थान पर सॉल्वरों ने परीक्षा दी थी। अभ्यर्थियों ने पुलिस को बताया कि परीक्षा केंद्र के बाहर उनकी मुलाकात सॉल्वरों से हुई थी।

प्रति छात्र से10 हजार रुपये की मांग

सॉल्वरों ने पास कराने के बदले में प्रति छात्र से10 हजार रुपये की मांग की। इतने पैसे देने में असमर्थता जताने पर सॉल्वर पांच हजार रुपये प्रति अभ्यर्थी में राजी हो गए थे। पैसे लेने के बाद सॉल्वरों ने उनके स्थान पर परीक्षा दी थी। परीक्षा के बाद अभ्यर्थियों ने केंद्र के बाहर अपना प्रवेश पत्र फाड़कर फेंक दिया था। पुलिस अब परीक्षा केंद्र के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरे खंगालने की बात कह रही है, ताकि सॉल्वरों के गैंग तक पहुंचा जा सके।

सॉल्वर भेजने का काम बिहार व वाराणसी से

पुलिस सूत्रों के मुताबिक भर्ती परीक्षाओं में सॉल्वर भेजने का काम बिहार और वाराणसी के कोचिंग सेंटरों से हो रहा है। कोचिंग सेंटरों में पढ़ने वाले पूर्व होनहार छात्रों को रुपये का लालच देकर गैंग के सरगना सॉल्वर के रूप में परीक्षा में बैठा रहे हैं। शहर में हाल ही में ग्राम विकास विभाग की भर्ती परीक्षा में पकड़े गए साल्वरों से पूछताछ में भी यह बात सामने आई थी।

फेल साबित हुआ खुफिया विभाग

मामले में खुफिया विभाग फेल साबित हुआ। किसी भी प्रतियोगी परीक्षा में बाहरियों का दखल न हो, इसलिए एलआईयू और लोकल इंटेलीजेंस को सतर्क किया जाता है। ये टीमें मैन्युअल और इलेक्ट्रानिक माध्यमों से बाहरियों पर नजर रखती हैं। अभी तक परीक्षा देने के दौरान सॉल्वरों को पकड़ लिया जाता था, पर इस बार सॉल्वरों ने परीक्षा आसानी से दे दी पर पकड़े नहीं गए।

सॉल्वरों ने पास की भर्ती परीक्षा

कानपुर में 32वीं वाहिनी भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल आईटीबीपी (ITBP)महाराजपुर में चल रही ट्रेडमैन भर्ती परीक्षा के दौरान चार ऐसे अभ्यर्थी पकड़े गए थे, जिन्होंने लिखित परीक्षा दी ही नहीं। उनके स्थान पर सॉल्वरों ने लिखित परीक्षा पास की थी। गुरुवार को वाहिनी मुख्यालय पर चल रहे ट्रेड टेस्ट के दौरान बॉयोमीट्रिक मिलान नहीं होने पर यह खुलासा हुआ।

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