India News (इंडिया न्यूज़),UP Politics: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के नेता और पूर्व सांसद उदित राज ने बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के बयान पर तंज कसा है। उन्होंने कहा है कि उनके बयान को कांग्रेस से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। उनकी यह प्रतिक्रिया बसपा प्रमुख मायावती और राष्ट्रीय संयोजक आकाश आनंद के पलटवार के बाद आई है।
राज ने सोशल मीडिया साइट X पर लिखा- सबसे पहले मैं यह स्पष्ट करना चाहूंगा कि मेरे बयान को कांग्रेस से नहीं जोड़ा जाना चाहिए। दलित, ओबीसी, अल्पसंख्यक और आदिवासी महासंघ का पहला सम्मेलन 16 फरवरी को लखनऊ के सहकारिता भवन में हुआ था और इसकी अध्यक्षता जस्टिस सभाजीत यादव ने की थी। मैं मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद था। सम्मेलन के बाद कल एक प्रेस कॉन्फ्रेंस हुई, जिससे गला घोंटने का विवाद खड़ा हो गया। चर्चा में जस्टिस सभाजीत यादव भी मौजूद थे।
‘बीएसपी बीजेपी की बी टीम है’
उन्होंने कहा कि मायावती ने झूठ बोलकर, दुष्प्रचार करके और कांग्रेस को दलित विरोधी बताकर 4 दशकों तक लोगों को गुमराह किया है। डॉ. अंबेडकर को ढाल बनाकर उन्होंने कांग्रेस का गला काटा और सत्ता का सुख भोगा। करोड़ों बहुजन कार्यकर्ताओं ने भूखे-प्यासे रहकर आंदोलन खड़ा किया। उनके दान, मेहनत और बलिदान को ठगा गया। बसपा ने कभी आरएसएस के खिलाफ मोर्चा नहीं खोला। आज भी वे दलितों की भागीदारी न होने का कोई न कोई बहाना बनाकर कांग्रेस पर निशाना साधते रहते हैं।
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पूरे बहुजन आंदोलन का गला काटने वालों को घर भेजने का समय आ गया है। पूर्व सांसद ने लिखा- यह कांग्रेस की उदारता ही थी कि 4 दशक तक बसपा अंबेडकर और दलितों पर आरोप लगाती रही और बर्बाद होती रही और अपना बचाव भी नहीं किया। दलित, ओबीसी, अल्पसंख्यक और आदिवासी महासंघ ने सम्मेलन और प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया था। भाजपा के समर्थन से कांग्रेस पर फिर हमला करके उसने दिखा दिया है कि बसपा भाजपा की बी टीम है। कृपया कांग्रेस को इस विवाद में न घसीटें। हम बहुजन आंदोलन को बचाने के लिए प्रतिबद्ध हैं, चाहे इसके लिए हमें कोई भी कुर्बानी क्यों न देनी पड़े। उदित राज ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने कभी किसी से झूठ नहीं बोला और न ही कोई बेईमानी की। मैंने सिद्धांतों से कभी समझौता नहीं किया और न ही कभी करूंगा।