India News (इंडिया न्यूज), UP Politics: पिछले कुछ दिनों से महाकुंभ पर आरजेडी प्रमुख लालू यादव और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बयानों पर खूब विवाद हो रहा है। इन विवादों पर खूब राजनीतिक बयानबाजी हो रही है और आरोप-प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। सीएम योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को यूपी विधानसभा में इन नेताओं के बयानों का जवाब दिया है।
यह क्या है? यह एक गैरजिम्मेदाराना बयान है। सपा, कांग्रेस, आरजेडी और टीएमसी नेताओं ने सनातन धर्म के सबसे बड़े आयोजन पर सवाल उठाए। क्या सनातन धर्म की आस्था को बढ़ावा देना अपराध है? हमारा मानना है कि सनातन धर्म इस देश का राष्ट्रीय धर्म है। इसकी सुरक्षा ही मानव सुरक्षा की गारंटी है। क्रिकेटर मोहम्मद शमी ने भी महाकुंभ में स्नान किया।
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अखिलेश यादव का जिक्र किया
हमें यह सब बुरा नहीं लगा क्योंकि हम जानते हैं कि संक्रमित व्यक्ति का कोई इलाज नहीं है। अखिलेश यादव भी वहां गए और डुबकी लगाई। आपने यूपी सरकार की व्यवस्थाओं की तारीफ की। प्रयागराज कुंभ को लेकर कई झूठे प्रचार किए गए हैं। उन्हें विरोध करने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। जब हम कोरोना से जूझ रहे थे, तब भी वे उपहारों को बर्बाद कर रहे थे। अयोध्या में राम मंदिर का विरोध किया।
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कोरोना वैक्सीन का विरोध किया।अयोध्या पर कोर्ट के फैसले का विरोध किया। गौरतलब है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने महाकुंभ के आयोजन को लेकर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा है और महाकुंभ को “मृत्यु कुंभ” कहा है। अब उनके इस बयान पर विवाद खड़ा हो गया है। उनके बयानों का किया जिक्र वहीं, हाल ही में आरजेडी प्रमुख लालू यादव ने कुंभ को ‘अर्थहीन’ और ‘बेकार’ बताया था। जबकि मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा था कि कुंभ में भगदड़ में हजारों लोग मारे गए थे। सीएम योगी ने विधानसभा में इन सभी के बयानों का जिक्र किया। इसके अलावा सीएम योगी ने जया बच्चन के बयान का भी जिक्र किया, जिसमें उन्होंने कहा था कि भगदड़ में मरने वाले लोगों के शवों को गंगा में फेंक दिया गया है।