India News, (इंडिया न्यूज), UP Politics: संसद में मंगलवार को विपक्षी संसदों के निलंबन के बाद कई नेता अपनी-अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। मालूम हो कि अब तक 140 से अधिक सांसद संसद से निलंबित हो चुके हैं, जिसमें सोमवार को हुए निलंबित हुए संसद भी शामिल है।

नई संसद बनवाई ही क्यों- अखिलेश यादव

सपा नेता अखिलेश यादव ने मंगलवार शाम सोशल मीडिया मंच ‘एक्‍स’ पर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “जनता पूछ रही है जब सांसदों को निलंबित ही करना था तो फिर अधिक क्षमता वाली ‘बड़ी संसद’ के नाम पर नई संसद बनवाई ही क्यों? इससे अच्छा तो बीजेपी सरकार पुरानी संसद में ही दो-तीन लोगों के लिए एक नया कमरा बनवा लेती क्योंकि इस सरकार में न तो किसी को प्रश्न पूछने दिया जाता है न कोई चर्चा करने दी जाती है और जो भी फ़ैसले होते हैं वो भी कुछ लोग ही करते हैं। अगर भाजपा सरकार जनता के प्रतिनिधियों के साथ इस तरह का व्यवहार कर सकती है तो फिर जनता समझ ले अगला नंबर जनता का ही है।”

कितने विपक्षी सांसद बचे हैं?

बता दें कि लोकसभा में 543 सांसद बैठते हैं। हालाँकि, 21 सीटें खाली हैं, जिससे मौजूदा ताकत 522 रह गई है। इनमें से 323 सीटें या तो बीजेपी सांसदों या किसी सहयोगी पार्टी के सांसदों के पास हैं। लोकसभा में 142 विपक्षी सांसद हैं, जिनमें से 67 फीसदी को निलंबित कर दिया गया है। निचले सदन में अब केवल 47 विपक्षी विधायक ही बैठे हैं। राज्यसभा में सत्ता पक्ष से सवाल पूछने के लिए 100 से भी कम विपक्षी सांसद बचे हैं।

आपको बता दे, बाकि के बचे हुए कई विपक्षी सांसद ओडिशा में सत्ता में मौजूद बीजू जनता दल जैसे संगठनों और आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ वाईएसआर कांग्रेस पार्टी से है, जिन्होंने विभिन्न मुद्दों पर भाजपा का समर्थन किया है। जिसमें विवादास्पद विधेयकों को पारित करना भी शामिल है, जब सत्तारूढ़ दल के पास ऐसा नहीं था।

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