India News(इंडिया न्यूज) UP Politics:उत्तर प्रदेश बीजेपी इकाई में जिलाध्यक्षों की नई सूची को लेकर सस्पेंस जारी है। पार्टी कार्यकर्ता और नेता लंबे समय से इस लिस्ट का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अब तक इसे जारी नहीं किया गया है। इस देरी पर प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी ने बड़ा बयान देते हुए स्पष्ट किया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव और महाकुंभ की व्यवस्थाओं के कारण जिलाध्यक्षों की सूची जारी करने में देरी हुई है। भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि बीजेपी की सूची में महिलाएं, अनुसूचित जाति और सभी प्रमुख वर्गों का संतुलन साधा जाएगा। पार्टी हर समाज और समुदाय को संगठन में उचित प्रतिनिधित्व देने की कोशिश कर रही है ताकि आगामी चुनावों में सियासी समीकरण मजबूत बनाए जा सकें।
ओवैसी पर हमला, योगी का बचाव
यूपी बीजेपी चीफ ने असदुद्दीन ओवैसी के हालिया बयान पर भी पलटवार किया। उन्होंने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ की टिप्पणी केवल उन कट्टरपंथी शिक्षाओं पर थी, जो समाज को पीछे ले जाती हैं। उन्होंने कहा, “आज प्राथमिकता इंजीनियर, डॉक्टर और वैज्ञानिक बनाने की होनी चाहिए, न कि केवल मुल्ला-मौलवी तैयार करने की।”
भस्म आरती में त्रिनेत्र लगाकर सजे बाबा महाकाल, पहनाई रुद्राक्ष की माला
मथुरा-वृंदावन विवाद पर बोले चौधरी
मथुरा-वृंदावन में संतों द्वारा मुसलमानों के प्रवेश बैन की मांग को लेकर भी चौधरी ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि, “हमें देश में एक-दूसरे की आस्था, परंपरा और विरासत का सम्मान करना चाहिए।” हालांकि, उन्होंने इस मुद्दे पर ज्यादा टिप्पणी करने से बचते हुए कहा कि स्थानीय परिस्थितियों के अनुसार ही वहां के लोगों ने बयान दिया होगा।
क्या संकेत दे रही बीजेपी?
जिलाध्यक्षों की सूची को लेकर भूपेंद्र चौधरी के बयान से साफ है कि बीजेपी सियासी और जातीय समीकरण साधने की रणनीति पर काम कर रही है। पार्टी की कोशिश आगामी लोकसभा चुनाव 2024 से पहले संगठन को मजबूती देने की है, ताकि हर वर्ग का समर्थन सुनिश्चित किया जा सके।