India News (इंडिया न्यूज़),UP Politics: वाराणसी से अखिलेश यादव का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा कि,  हमें अमेरिका जाना चाहिए, अमेरिका से व्यापार लाना चाहिए ताकि हमारे लोग समृद्ध हो सकें, हमें अपना बाजार उन्हें नहीं देना चाहिए। पिछली बार प्रधानमंत्री सोना लेकर गए थे, इस बार उन्हें कम से कम हीरे तो ले जाने चाहिए थे। हम सभी चाहते हैं कि भारत मजबूत हो, अगर हमारे नागरिक कानून तोड़कर जाते हैं, तो यह किसकी विफलता है? उनकी सरकार में बैठे दलाल उन्हें पैसे देकर भेज रहे हैं। वे यहां रोजगार की कमी के कारण भारत छोड़ रहे हैं। उन्हें भारत ले जाने वाले ज्यादातर लोग गुजरात से होंगे। हमें इतना मजबूत होना चाहिए कि कोई हमारे लोगों को जंजीरों में बांधकर न भेजे। अमृत काल में अमृतसर में उतरना भारत को अपमानित करने का प्रयास है।

मुंबई में सहकारी बैंकों के बंद होने पर –

सच्चाई यह है कि आपके पैसे की कोई कीमत नहीं बची है। जो लोग रियायतें दे रहे हैं, अगर वे महंगाई कम करते, तो ज्यादा फायदा होता।

वक्फ बिल पर –

भारत सरकार लगातार दावा करती रही है कि आने वाले समय में वे 5वीं अर्थव्यवस्था से तीसरी अर्थव्यवस्था पर पहुंच जाएंगे। उन्होंने विकसित भारत का नक्शा तैयार कर लिया है। इससे भारत का विकास नहीं होने वाला है, सरकार रोजगार नहीं दे पा रही है। बजट की निराशा से निपटने के लिए वक्फ बिल लाया गया है।

कुंभ पर –

आने वाले समय में हमें कपड़े पहनकर नहाना पड़ेगा, हमें मुख्यमंत्री से सीखना चाहिए कि हमें कपड़े पहनकर नहाना चाहिए। जिस सरकार ने कहा था कि वह विकसित भारत बनाएगी, जिसने कहा था कि वह बनारस को क्योटो बनाएगी। अगर उन्होंने कुंभ के लिए 100 करोड़ की तैयारी की होती, तो लोगों को असुविधा नहीं होती। लोगों की जान चली गई। 60 करोड़ का आंकड़ा आने के बाद भी मौतों का आंकड़ा जारी नहीं किया गया।